भारत की पहली 'वर्ल्ड हेरिटेज सिटी' बनी अहमदाबाद, पीएम मोदी ने जताई खुशी
यूनेस्को के इस ऐलान के साथ वर्ल्ड हेरिटेज साइट में आने वाला अहमदाबाद भारत का पहला शहर बन गया है।
नई दिल्ली : यूनेस्को ने गुजरात के अहमदाबाद को वर्ल्ड हेरिटेज सिटी घोषित किया है। यूनेस्को के इस ऐलान के साथ वर्ल्ड हेरिटेज साइट में आने वाला अहमदाबाद भारत का पहला शहर बन गया है। यूनेस्को ने इससे पहले भारत की कई ऐतिहासिक इमारतों को वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया है। लेकिन यह पहला मौका है जब भारत के किसी शहर को विश्व विरासत घोषित किया गया है।
Just inscribed as @UNESCO #WorldHeritage Site: Historic City of Ahmadabad #India https://t.co/ztbb8RIMiZ #41whc pic.twitter.com/iRIMoQfAtK
— UNESCO (@UNESCO) July 8, 2017
पीएम मोदी ने जताई खुशी
अहमदाबाद के हेरिटेज सिटी बनने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जताई। पीएम मोदी ने यूनेस्को की घोषणा के साथ ट्वीट कर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'भारत के लिए बेहद खुशी का मौका।'
A matter of immense joy for India! https://t.co/qtCOxm8Kga
— Narendra Modi (@narendramodi) July 9, 2017
वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीट अध्यक्ष अमित शाह ने इस खबर पर खुशी जाहिर की। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। शाह ने अपने ट्वीट में लिखा, ''यह जानकार खुशी हुई कि यूनेस्को ने अहमदाबाद को वर्ल्ड हेरिटेज सिटी घोषित किया है। सभी भारतीयों के लिए गर्व के पल।''
Delighted to know that @UNESCO has declared Ahmedabad as World Heritage City. Proud moment for every Indian. #WorldHeritageAhmedabad https://t.co/rmWTr4sSBm
— Amit Shah (@AmitShah) July 8, 2017
यूनेस्को में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली रुचिरा कंबोज ने अपने ट्विटर के जरिए शनिवार को इसकी जानकारी दी और तस्वीर शेयर की। अहमदाबाद को यूनेस्को द्वारा भारत का पहला वैश्विक धरोहर शहर का दर्जा दिया गया है। अहमदाबाद 600 साल पुराना शहर है।अहमदाबाद के चुनाव का तुर्क, लेबनन, ट्यूनिशिया, पेरु, कजाकिस्तान, पुर्तगाल, जमैका, विएतनाम, तंजानिया, फिनलैंड, अजरबैजान, जिमब्वॉब्वे, क्रोशिया, अंगोलम, क्यूबा, दक्षिण कोरिया और पोलैंड जैसे 20 देशों ने समर्थन किया था।
क्यों चुना गया अहमदाबाद
इस शहर में हर धर्म के लोग सौहार्द के साथ रहते हैं। हिंदू, मुस्लिम और जैन धर्मों के लोगों के एक साथ बसने, यहां के बेहतरीन आर्किटेक्चर की वजह से चुना गया है। ये शहर बहुत ही शांतिप्रिय है।
उदाहरण के लिए भद्रा गढ़ा, किले की दीवारें और उसके गेट, यहां कई मस्जिदें और मकबरें हैं, वहीं बाद के समय में बने कई हिंदू और जैन मंदिर भी यहां हैं।
अहमदाबाद में 1915 से 1930 के दौरान महात्मा गांधी यहां कई जगह रहे थे, वे स्थान यहां है।