'मेरे पिता शहीद हैं और मैं उनकी बेटी हूं, लेकिन मैं आपके शहीद की बेटी नहीं हूं' : गुरमेहर कौर
नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में रामजस कॉलेज में हुए विवाद में ABVP को चैलेंज कर चर्चा में आईं गुरमेहर कौर ने काफी समय बाद अपनी खामोशी तोड़ी है। अपने ब्लॉग में गुरमेहर ने कहा है कि मैं 'आपके शहीद' की बेटी नहीं हूं।
लेडी श्रीराम कॉलेज की स्टूडेंट गुरमेहर ने ब्लॉग लिख कर अपनी बात रखी है। गुरमेहर ने 'आई एम' शीर्षक से लिखे अपने ब्लॉग में कहा, 'मेरे पिता शहीद हैं और मैं उनकी बेटी हूं। लेकिन मैं आपके शहीद की बेटी नहीं हूं।' गुरमेहर ने अपने ट्विटर हैंडल पर ब्लॉग को पोस्ट किया, जहां उनके 54 हजार से अधिक फॉलोअर हैं।
गुरमेहर ने कहा कि 'हू एम आई?' एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब मैं कुछ हफ्ते पहले तक बिना किसी संकोच या चिंता के दे सकती थी। लेकिन अब मैं पक्के तौर पर ऐसा नहीं कह सकती। आपने टेलीविजन स्क्रीन पर अपने हाथों में प्लेकार्ड लिए, भौंहे चढ़ाए हुए और मोबाइल फोन के कैमरे पर टिकी आंखों वाली जिस लड़की को देखा होगा, वह निश्चित तौर पर मुझ जैसी दिखती होगी। उसके चेहरे पर चमकने वाली विचारों की उत्तेजना में निश्चित तौर पर मेरी झलक होगी। वह उग्र दिखती है, मैं उससे भी सहमत हूं। लेकिन 'ब्रेकिंग न्यूज़ की हेडलाइन्स' एक दूसरी ही कहानी सुनाती है। मैं वो हेडलाइन्स नहीं हूं।'
You've read about me, made assumptions based on articles.
— Gurmehar Kaur (@mehartweets) April 11, 2017
Here in my own words.
My first blog titled "I am"
https://t.co/hU3ojWb0L7
गौरतलब है कि फरवरी में डीयू के रामजस कॉलेज में एबीवीपी और वामपंथी छात्र संगठनों के बीच हुई झड़प के दौरान गुरमेहर कौर रातों रात चर्चा में आई थी। करगिल युद्ध में शहीद हुए जवान की बेटी गुरमेहर ने युद्ध और हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई थी।