"नीलकण्ठ पैदल मार्ग के पास जल मन्दिर का स्वर्गाश्रम चेयरमैन ने किया उद्घाटन "

Update: 2016-07-26 05:12 GMT
ऋषिकेश
गंगा एक्शन परिवार-परमार्थ निकेतन की पहल पर कांवड़यात्रियों की सुविधा के लिए नीलकण्ठ पैदल मार्ग के समीप 'जल मन्दिर' का उद्घाटन आज सुबह नगर पंचायत स्वर्गाश्रम-जौंक की चेयरमैन श्रीमती शकुन्तला राजपूत ने परमार्थ गुरुकुल के ऋषिकुमारों के वेदमंत्रोच्चारण के बीच किया। पांच सौ लीटर पानी की क्षमता वाले जल मन्दिर में तीन ओर टोंटियाँ देकर कांवड़ियों की सेवा व सुविधा की व्यवस्था परमार्थ परिवार द्वारा की गयी है। इस तरह के दस जल मन्दिर कांवड़ रूट पर स्थापित किए जा रहे हैं। आज उद्घाटन के समय नगर पंचायत अध्यक्ष के अलावा सभासद गजेन्द्र नागर, थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला अमरजीत सिंह, एसएसआई प्रीतम सिंह, आश्रम प्रबन्धक राम अनन्त तिवारी, कार्यक्रम निदेशक राम महेश मिश्र सहित कई लोकसेवी कार्यकर्ता मौजूद रहे।

नगर पंचायत अध्यक्ष शकुन्तला राजपूत ने जल मन्दिर का उद्घाटन करने के बाद कहा कि प्यासे को पानी पिलाना एक बड़ा पुण्य कार्य है। हमारे धार्मिक देश में 'प्याऊ' बनाने की परम्परा प्राचीन काल से रही है। परमार्थ निकेतन परिवार द्वारा अनेक जगहों पर जल मन्दिर के रूप में प्याऊ लगवाये जा रहे हैं, इसके लिए वास्तव में स्वामी चिदानन्द सरस्वती एवं परमार्थ परिवार के सदस्य बधाई एवं धन्यवाद के पात्र हंैं। उन्होंने कांवड़यात्रा के कुशलतापूर्ण संचालन के लिए पौड़ी जिला प्रशासन के अलावा कोटद्वार व यमकेश्वर प्रखण्ड के सिविल प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन की सराहना की। उन्होंने कहा कि नवोदित स्वर्गाश्रम-जौंक नगर पंचायत परमार्थ निकेतन एवं अन्य आश्रमों के सहयोग तथा उत्तराखण्ड सरकार की सहायता से क्षेत्र में अधिक से अधिक नागरिक सुविधाएं जनता को देने का भरसक प्रयत्न करेगी। कांवड़ मेला एवं चारधाम यात्रा जैसे अवसरों को अपने क्षेत्र के लिए वरदान बताते हुए उन्होंने कहा कि इन मेलों व अन्य आध्यात्मिक यात्राओं में स्वर्गाश्रम अंचल में आए श्रद्धालुओं व यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा व सुरक्षा देने के सभी इन्तजाम नगर निकाय एवं प्रशासन द्वारा किए जायेंगे। सभासद गजेन्द्र नागर ने भी पेयजल जैसी जन-सुविधायें जनसामान्य को उपलब्ध कराने के लिए परमार्थ परिवार की भूमिका को सराहा।

परमार्थ निकेतन के प्रवक्ता राम महेश मिश्र ने बताया कि जल मन्दिरों (प्याऊ) की स्थापना पैदल मार्ग के श्रीगणेश स्थल के अलावा गंगा बैराज, आईडीपीएल पार्किंग, चैरासी कुटिया-पुराना मार्ग, चैरासी कुटिया-नया मार्ग, बाघखाला, भूतनाथ मन्दिर, नीलकण्ठ तिराहा एवं गरुड़चट्टी पर की जा रही है।पैदल मार्ग के समीप दो जल मन्दिर खड़े किए गए हैं। उन्होंने बताया कि जल मन्दिरों को शिक्षाप्रद बनाते हुए स्वच्छ जीवन, निर्मल चरित्र, स्वच्छ वातावरण, वृक्षारोपण, शौचालय निर्माण व उपयोग आदि की प्रेरणाएँ भी उस पर लिखी गयी हैं। कांवड़यात्री उनके फोटोग्राफ लेकर उन प्रेरणाओं को अपने साथ लिए जा रहे हैं। यह जल मन्दिर प्रत्येक धार्मिक मेले के समय नीलकण्ठ क्षेत्र में सेवार्थ लगाये जायेंगे। परमार्थ निकेतन के प्रबन्धक राम अनन्त तिवारी ने बताया सभी जल मन्दिरों में शुद्ध पेयजल भरने का कार्य एक टैंकर द्वारा नियमित रूप से किया जाता रहेगा, ताकि उसमें पानी सदैव उपलब्ध रहे। उन्होंने बताया कि कांवड़यात्रियों की सेवा के लिए अन्य जरूरी इन्तजाम भी परमार्थ निकेतन द्वारा शीघ्र कराये जायेंगे।

जल मन्दिर उद्घाटन के समय उत्तराखण्ड कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के प्रान्तीय संयोजक इन्द्र प्रकाश अग्रवाल, परमार्थ परिवार के कार्यकर्ता नरेन्द्र विष्ट, कार्यक्रम समन्वयक मनीष अग्रवाल, सुनील सिंघल एवंश्यामा अग्रवाल,विनीत कुमार,अशोक कुमार,ईं.वी.के.मेहरोत्रा, हरिओम शर्मा, प्रदीप काबरा, राजेश कुमार, ओम प्रकाश भी उपस्थित थे।



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