कैप्टन अमरिंदर पंजाब के अफसरों को धमकाने से बाज आएं

Update: 2016-06-23 06:36 GMT
चंडीगढ़  एच एम त्रिखा

शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) ने आज पंजाब प्रदेश कांग्रेस के प्रधान कैप्टन अमरिंदर सिंह को राज्य के अधिकारियों को धमकियां देने से बाज आने की चेतावनी दी है और कहा है कि राज्य के  विकास में पूरे जी जान से मेहनत कर रहे अधिकारियों को इस तरह से धमकाने की रणनीति अपनाने पर ही उनका पिछले आम चुनाव में और उप चुनाव में पतन हुआ था। कैप्टन अमरिंदर की ओर से धमकाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए शिरोमणि अकाली दल के महासचिव और शिक्षा मंत्री डा. दलजीत सिंह चीमा ने बुजुर्ग नेता अमरिंदर को याद दिलाया कि वे ना तो राज्य के मुख्यमंत्री और ना ही पंजाब में सेवारत अधिकारी उनके 'शाही कानून' अधीन आते हैं। 

पार्टी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बताया कि राज्य सरकार के अधिकारी संवैधानिक रूप से चुनी हुई सरकार के प्रत्यक्ष रूप से अधीन काम कर रहे हैं। ऐसे में लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित सरकार की इच्छा अनुसार कार्य कर रही नौकरशाही को धमकी देना उनका काम नहीं होना चाहिए। यदि उनके पास कहने को कुछ है तो उन्हें सरकार से सीधे बात करने की हिम्मत चाहिए।

उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने अपनी डयूटी निभा रहे अधिकारियों को आतंकित करने की कोशिश की है लेकिन कैप्टन ने अपने अतीत की गलतियों से कोई सबक नहीं सीखा है। 
शिरोमणि अकाली दल के नेता ने कहा कि एक पूर्व रियासत के तत्कालीन 'महाराजा' में समाया डर का पहलू साबित कर रहा है लोगों को शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन की ओर से किए गए विकास कार्यों की वजह से लोग चुनावों में गठबंधन के पक्ष में ही मतदान करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि इतिहास इस बार भी खुद को दोहराने जा रहा है और इसी डर के फैक्टर ने एक पूर्व मुख्यमंत्री को अपनी गिरफ्त में ले लिया है, जिसने पहले से ही दीवार पर लिखी ईबारत को पढ़ लिया है।  

शिरोमणि अकाली दल ने कहा है कि कांग्रेसी लगातार कैप्टन को महाराजा बुलाते रहे हैं और इस कदर हवा दी है कि वे वास्तव में भूल गए हैं कि वे कोई शाही व्यक्ति अथवा राजा महाराजा नहीं हैं अपितु आप एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में रहने वाले एक आम आदमी है। यहां तक कि अपनी ड्यूटी कर रहे अधिकारियों को भी समान अधिकार हैं और उन्हें भी कानून के तहत संरक्षित किया गया है।

अमरिंदर को राज्य में सेवारत अधिकारियों को धमकियां ना देने की चेतावनी देते हुए शिरोमणि अकाली दल के नेता ने कहा कि कैप्टन, पंजाब के लोगों की नब्ज को समझने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को अपनी पार्टी पर ध्यान केंद्रीत करने की सलाह दी है जो लगातार जर्रजर हालत में पहुंच गई है और राज्य में लगातार तीसरी बार हार की ओर बढ़ रही है। 

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