नक्सलियों ने जीतन राम मांझी के खिलाफ चिपकाया पोस्टर, पढ़े क्यों

Update: 2016-08-04 07:36 GMT
बिहार: गया जिले के पकरी गुरिया बाजार में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के विरोध में नक्सलियों ने हस्तलिखित पर्चा चिपकाया और बैनर टांग कर सवाल पूछा हैं। पोस्टर लगाये जाने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बैनर और पोस्टर को जब्त कर लिया और थाने ले गयी।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के पर्चे के माध्यम से नक्सलियों ने डुमरी नाला मुठभेड़ पर पूर्व मुख्यमंत्री के बयान पर विरोध जताया है। डुमरी नाला मुठभेड़ पर पूर्व मुख्यमंत्री ने बयान दिया था कि पुलिस के साथ मुठभेड़ करने वाले नक्सली नहीं, बल्कि अपराधी, लुटेरे, लेवी वसूलने वाले गिरोह के थे। इस पर नक्सली संगठन ने मांझी से इस बारे में जवाब मांगा है कि वह बताएं कि असली नक्सली कौन हैं और नकली नक्सली कौन?

माओवादियो ने जीतनराम मांझी से पूछा है कि वे महादलित जाति से आते है लेकिन उनका चरित्र सामंती-पूंजीवादी मे क्यों बदल गया है। साथ ही उन्होनें पूछा है कि भाजपा, आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, शिव सेना पूरे देश मे दलित, महादलित व अल्पसंख्यक वर्गो पर लगातार हमला किया जा रहा है बावजूद इसका विरोध नहीं कर उनका समर्थन करना आपकी कौन सी नैतिकता है।

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