नई दिल्ली : भारतीय कृषि एवं खाद्य परिषद की ओर से 10th Global Agriculture Leadership Summit & Award 2017 का आयोजन नई दिल्ली के होटल ताज पैलेस में हुआ। इस अवसर अन्य राज्यों के कृषि मंत्री सहित कृषि जगत से जुड़े विशेषज्ञगण उपस्थित थे।
इस कृषि सम्मलेन की शुरुआत प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक और हरित क्रांति के जनक डॉ. एमएस स्वामीनाथन के भाषण से हुई। भारतीय कृषि एवं खाद्य परिषद (ICFA) द्वारा आयोजित कृषि सम्मेलन में उन्होंने कहा कि देश को खाद्य सुरक्षा से सभी के लिए पोषण सुरक्षा की स्थिति को ओर बढ़ना चाहिए।
इस दौरान एम एस स्वामीनाथन ने कहा है कि खेती का काम फायदेमंद होना चाहिए जिससे किसानों की आय बढ़े और युवा इसकी तरफ आकर्षित हों। कृषिक्षेत्र में ऋण माफी इसका दीर्घकालिक समाधान नहीं हो सकता। साथ-साथ उन्होंने प्रोटीन और सूक्ष्मपोषक तत्वों की कमी के मुद्दे से निपटने के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून एनएफएसए के तहत दलहनों को भी शामिल किए जाने की वकालत की।
कृषि सम्मेलन में वैश्विक कृषि पुरस्कारों के साथ-साथ 10 वीं कृषि वर्ष बुक 2017 का उद्घाटन किया गया। उद्घाटन में केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने भी अपने विचार व्यक्त किए। जिसमें मुख्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित किए।