गुजरात: पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का गढ़ माने जाने वाले गुजरात में अब बीजेपी पार्टी अपनी पकड़ खोती जा रही है। आरएसएस और बीजेपी के सर्वे में यह बात सामने आया है कि ऊना की घटना के बाद दलितों ने बीजेपी से दूरी बना ली है। आरएसएस और बीजेपी के सर्वे में यह खुलासा हुआ है कि अगर इस वक्त गुजरात में चुनाव हुए तो पार्टी को विधानसभा की 182 में से 60-65 सीटों के साथ ही संतुष्ट होना पड़ेगा।
बीजेपी मुख्यमंत्री आनंदीबेन के उत्तराधिकारी को तलाशने के लिए बुधवार को बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में इसपर फैसला लिया जा सकता है। राज्य में विस्फोटक हालात के बीच शाह आरएसएस की पसंद बनकर उभरे हैं। सीएम पद के लिए चर्चा में आए अलग अलग नामों के बीच ऐसी खबर है कि बीजेपी अमित शाह को सीएम पद सौंप सकती है। पार्टी के नेताओं और रणनीतिकारों का मानना है कि अगर शाह को गुजरात भेजा जाता है तो यूपी में बीजेपी की चुनावी रणनीति को झटका पहुंच सकता है।