कश्मीर में दिखी मानवता की मिसाल, मुस्लिमों ने अमरनाथ यात्रियों की बचाई जान

Update: 2016-07-14 06:34 GMT
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में पांचवें दिन भी कर्फ्यू जारी रहा। वहीं, बुधवार को मानवता की मिसाल भी देखने को मिली। अनंतनाग जिले के बिजबेहरा में अमरनाथ यात्रियों से भरी बस का एक्सीडेंट हो गया। वहाँ के स्थानीय मुस्लिमों ने कर्फ्यू और अपने दुखों की परवाह नहीं करते हुए घायल अमरनाथ तीर्थयात्रियों की जान बचाई। इसमें दो लोगों की मौत हो गई। 28 लोग घायल हो गए।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जम्मू-श्रीनगर
राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार को बिजबेहरा के पास अमरनाथ तीर्थयात्रियों से भरी बस का किसी अन्य वाहन से टक्कर हो गई, जिसमें उत्तर प्रदेश निवासी प्रमोद कुमार और स्थानीय चालक बिलाल अहमद की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इस हादसे में 28 श्रद्धालु घायल हुए हैं। स्थानीय मुस्लिम लोगो ने कर्फ्यू तोडकर घायल यात्रियों की मदद की और अपने निजी वाहनों से घायलों को अस्पताल ले गए। कुछ लोगों ने तो घायलों को श्रीनगर स्थित अस्पताल भी ले गए।

बता दें कि घाटी में बुरहान वानी की मौत के बाद हो रहे प्रदर्शनों में अनंतनाग सबसे ज्यादा प्रभावित है। अलगाववादियों ने यहां कर्फ्यू तोड़कर रैली निकाली। सीआरपीएफ की फायरिंग में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई। इसके बाद रामबन में अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया। अधिकारियों के मुताबिक अभी तक करीब 1.40 लाख तीर्थयात्री बाबा अमरनाथ के दर्शन कर चुके हैं।

राज्य में भड़की हिंसा से अब तक 36 मौतें हो चुकी हैं। दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति शोक प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अपने व्यक्तिगत दुखों को भुलाकर जिस तरह स्थानीय लोगों ने यात्रियों की मदद की है, वह तारीफ के काबिल है। यह जम्मू-कश्मीर के सांप्रदायिक सछ्वाव और भाईचारे को दर्शाता है।

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