कई वर्षों से बने मकान को पुलिस और प्रशासन ने किया जमींदोज, गर्भवती महिला के साथ हुई मारपीट
छतरपुर : जिले के नौगांव रोड पर उस समय हड़कंप मंच गया जब पुलिस और तहसीलदार अपने दाल बल के साथ वहां बने मकानों को गिराने पहुँच गए। हालाँकि पुलिस ने बहां बने मकान को तो गिरा दिया लेकिन यह पूरा मामला बेहद संदिग्ध रहा। स्थानीय लोगों और पीड़ितों का कहना है कि यह मकान बहुत पुराने हैं और वह यहाँ पिछले 70 वर्षों से भी ज्यादा समय से यहाँ रह रहे है। वे सभी प्रकार टेक्स भी देते है और उनके पास नगरपालिका के कागज भी है।
पीड़ितों की माने तो यह कार्यवाही कुछ लोगों के दबाब में की गई है। जब हमने इस मामले में SDM साहब से जानना चाहा तो उनका कहना था कि अभी उनके मकान गिराए नही गए है सिर्फ उनको समझाया गया है लेकिन हकीकत ब्यानों से कोसों से दूर थी।
दूसरी ओर तहसीलदार का कहना है ये मकान पिछले 3 -4 साल से ही बने है और इसी लिए इन्हें हटाया गया है। जबकि पीड़ितों के पास इस बात के पक्के सबूत है की वह यहाँ 70 साल से भी अधिक समय से रह रहे हैं। यह सारी बाते बताती है कि यह कार्यवाही किसी के दबाब में आकर की गई है इस पूरे मामले में किसी भी पुलिस के आला अधिकारी ने कोई भी जबाब नही दिया।
दूसरी ओर पीड़ित पक्ष की महिला कहना है कि उसके साथ पुलिस और कुछ लोगों ने मारपीट की है। जबकि वह 9 माह के गर्भ से है उसके चहरे पर मारपीट के निशान साफ देखे जा सकते है। हालांकि इस कार्यवाही से पुलिस एवं जिले के आला अधिकारियों की हवाईयां उडी हुई है। और उनका कहना है इस मामले की जाँच की जा रही है।
रिपोर्ट : मुहम्मद जमील शाह