लुटेरी दुल्हन पर 10 हजार का इनाम घोषित, खोजने में जुटी पुलिस

Update: 2017-04-17 08:24 GMT
छतरपुर : शादी कर पैसे लूटने वाली लुटेरी दुल्हन और उसके अन्य साथियों पर पुलिस ने 10 हजार का इनाम घोषित किया है। दरअसल, करीब एक साल पहले तीन दलालों ने अग्रवाल समाज के एक युवक का विवाह कराया। दलालों पर भरोसा कर विवाह तो कर लिया, लेकिन सुहागरात को दुल्हन जेवर लेकर रफूचक्कर हो गई। जबकि दलालों ने विवाह कराने का एक लाख रुपए पहले झटक लिया था। इस पूरे मामले में में पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए 10 हजार रूपए का इनाम घोसित किया है।

नौगांव थाना प्रभारी विनायक शुक्ला ने बताया कि 29 अप्रैल 2016 को 29 अप्रैल 2016 को नौगांव की अग्रवाल धर्मशाला में संजीव अग्रवाल ने रानी दुबे के साथ सात फेरे लिए। यह विवाह तीन दलाल बक्स्वाहा थाना के चौरई निवासी भैय्या लाल यादव, नौगांव थाना के धीरजपुर टपरिया निवासी सुगर यादव, गढ़ी मलेहरा थाना के गनेशपुरा निवासी जाहर यादव के माध्यम से कराया गया था।

इन तीनों दलालों ने संजीव अग्रवाल से विवाह कराने के एक लाख रुपए पहले वसूल लिए थे। साथ ही दुल्हन को भारी भरकम जेवर चढ़ाने की शर्त रखी थी। दलालों के झांसे में आकर संजीव ने दुल्हन को जेवर भी चढ़ाए। सात फेरे लेने के बाद सुहाग रात का समय आ गया, सुहाग की सेज सजी थी, संजीव अपनी दुल्हन का इंतजार कर रहा था। जब उसने घर में तलाश किया तो दुल्हन जेवर के साथ रफूचक्कर हो चुकी थी। पुलिस ने उस दौरान दलाल सुगर यादव को गिरफ्तार कर लिया था, साथ ही भैय्यालाल व जाहर जमानत पर चल रहे थे।

इस बीच दुल्हन रानी दुबे, बहन रजनी दुबे व भाई शिवराज दुबे पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ पाए। पुलिस ने इन तीनों की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया है। साथ ही दुल्हन की वरमाला लिए इश्तहार जारी किया गया है, साथ में बहन व भाई की फोटो भी चिपकाई गई है। नौगांव थाना प्रभारी विनायक शुक्ला को उम्मीद है कि आरोपी शीघ्र गिरफ्तार हो जाएंगे। इस मामले में दिलचस्प पहलू यह है कि शातिर दुल्हन ने दलालों को भी अपना सही पता नहीं बताया था जिससे पुलिस अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पा रही है।
रिपोर्ट : मुहम्मद जमील शाह 
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