पंजाब : हेरोइन तस्करी के लिए बदनाम हिंद-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पाकिस्तान व भारत के तस्करों के लिए एक सुरक्षित अड्डा बन चुका है। जहाँ हर साल पाकिस्तान के तस्कर भारतीय नौजवानों में कथित नशा खोरी की आदत डालने व नशे का कारोबार फैलाने के लिए अरबों रुपयों की हेरोइन भारतीय सीमा के रास्ते भेज रहें हैं। बेशक बीएसएफ तमाम नशा पकड़ने के दावे करती है लेकिन बार्डर पर हेरोइन की आमद बदस्तूर जारी है।
इसी तरीके पाकिस्तानी तस्करों द्वारा गत दिवस भेजी 1 किलो हेरोइन मे से 50 लाख की हेरोइन यानी 100 ग्राम हेरोइन बीएसएफ द्वारा पंजाब पुलिस को कम दर्ज करवाने के चलते मामला संदेह के घेरे में आ गया है। पुलिस की क्राइम रिपोर्ट में बीएसएफ ने पकड़ी हेरोइन 900 ग्राम बताई है।
पंजाब के फ़िरोजपुर सैक्टर के उल्लोके पोस्ट के नज़दीक एक किलो हेरोइन, 2 पाकिस्तानी सिम समेत पकड़ी गई। जो कि 26 मार्च 2017 को बीएसएफ ने पकड़ी। जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 5 करोड़ आँकी जाती है। जिसमें से 50 लाख की हेरोइन गायब हो जाने की खबर ऑन रिकार्ड 'स्पेशल कवरेज न्यूज़' के हाथ लगी है। जिसके चलते बीएसएफ के अधिकारी सवालों के घेरे में खड़े नज़र आ रहें हैं। अधिकारी के पास 50 लाख की हेरोइन के गायब हो जाने का कोई जवाब नही ये अधिकारी हैं बी एस एफ के बी एस राजपुरोहित डी।
आई जी बार्डर रेंज फ़िरोजपुर सैक्टर बीएसएफ व पीआरओ द्वारा मीडिया को जारी इसी प्रेस नोट ने मामले का भंडा फोड़ किया है। दूसरी ओर 26 मार्च को पुलिस को जो जानकारी बीएसएफ ने दी है उस में पकड़ी हेरोइन 900 ग्राम बताई है जबकि 100 ग्राम हेरोइन की कीमत भी 50 लाख आँकी जाती है। उधर, सदर थाना के तफ्तीशी अधिकारी गुरबचन सिंग व डीआईजी फ़िरोजपुर सैक्टर बी एस राजपुरोहित की रिपोर्ट में ज़मीन आसमान का फ़र्क है। जो रिपोर्ट बी एस एफ के राजपुरोहित बता रहे हैं व पत्रकारों को जानकारी दी गई है उस प्रेस नोट में उल्लॉके पोस्ट के नज़दीक ई ऐक्स 105-बी एन बीएसएफ सैक्टर की ये घटना है।
हमारे ब्यूरो चीफ़ पंजाब 'एच एम त्रिखा' ने जब मामले पर डी आई जी राजपुरोहित से मामले की जानकारी चाही तो वो मामले पर एक किलो हेरोइन पकड़े जाने की बात कबूलते तो हैं लेकिन बाद में कहते है की जो रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई है वी ही ठीक है। जब उनसे पूछा कि आपने जो प्रेस को जानकारी दी वो ग़लती हुई है तो उन्होने फ़ोन बंद कर दिया। लेकिन उन के साथ हुई वार्तालाप के ऑडियो अंश हमारे पास हैं।
उधर, गुरबचन सिंग सदर थाने से बोले कि बीएसएफ ने 900 ग्राम हेरोइन के ही पकड़े जाने की रिपोर्ट हमें की है। इन दोनो रिपोर्टों ने बी एस एफ की कार्यशैली को गंभीर सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है। जहाँ कागजों मे से 50 लाख की हेरोइन नदारद नज़र आ रही है। उधर पुलिस को रिपोर्ट लिखवाने वाले बीएसएफ के 105 बटालियन के कमांडैन्ट नेह में बताया की प्रेस रिलीज़ से पहले तराजू पर हेरोइन को तोला जाता है फिर खबर दी जाती है। इस मामले मे भी हेरोइन तोली गयी जो एक किलो थी। ये ब्यान भी विरोधाभासी है। ये मामला निश्चित तोर पर जाँच का मोहताज है क्योंकि मामला देश की सुरक्षा का भी है क्या मामले पर गृह मंत्रालय भारत सरकार संज्ञान लेगा ये देखना बाकी है?