पीलीभीत : ग्राम निधि के 23 लाख रुपयों के दुरुपयोग के मामले ने फिर पकड़ा तूल
पीलीभीत : ग्राम पंचायत टांडा बिजैसी में ग्राम निधि के 23 लाख रुपयों के दुरुपयोग का मामला एक बार फिर तूल पकड़ गया है। शिकायतकर्ता फिर डीएम के दरबार पहुंच गए और जांच में हुई देरी की शिकायत की। शिकायतकर्ता इससे पहले भी दो नवंबर 2016 को ग्राम पंचायत में हुए विकाश कार्य के नाम पर 23 लाख रुपयों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए जिला अधिकारी मासूम अली सरवर से मिले थे। एक प्रार्थना पत्र मय शपथ पत्रों के सौंपा था।
शिकायतकर्ताओं की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए डीएम ने तीन सदस्सीय जांच कमेटी गठित कर 31 दिसम्बर 2016 को जांच करने के आदेश जारी कर दिए थे, लेकिन तीन महीन बीतने के बाद भी गठित कमेटी ने कोई जांच नहीं की। शिकायतकर्ताओं का कहना था विकास खंड अमरिया की ग्राम पंचायत टांडा बिजैसी के तत्कालीन सचिव आरेंद्र गंगवार और ग्राम प्रधान राज कुमारी ने मात्र तीन महीने में विकाश कार्यों के नाम पर 23 लाख रुपयों की ग्राम निधि की आपस में बंदरबांट कर ली, जबकि सोलर लाइट लगाने अलावा कोई भी विकास कार्य ग्राम पंचायत में नहीं कराया गया।
शिकायतकर्ताओ का कहना है सचिव आर्येंद्र गंगवार सोलर लाइट लगाने का ठेके पर स्वयं ही कार्य करता, जिस कारण उसके द्वारा दूसरी ग्राम पंचायतों में भी सोलर लाइट लगाने का काम हुआ है। शिकायतकर्ताओ ने यह भी बताया आर्येंद्र गंगवार जिस ग्राम पंचायत में सचिच नियुक्त होता है, वहां केवल सोलर लाइट का ही काम होता है। आरोप है कि एक अप्रेल 2016 से 28 अक्टूबर 2016 तक ग्राम पंचायतों में जो भी सोलर लाइट लगाई गई है, उसमें सचिव और ग्राम प्रधान ने बंदरबांट कर ग्राम निधि के रुपयों का दुरुपयोग किया है, जिसकी जांच होनी चाहिए, जिसको लेकर शिकायतकर्ता गुरुवार 30 मार्च 2017 को इकट्ठा होकर डीएम मासूम अली सरवर से मिले।
शिकायतकर्ताओं ने डीएम से ग्राम निधि के रुपयों के दुपयोग की जल्द जांच कराने की मांग की। इस पर जिला अधिकारी ने जल्द जांच कराने का आश्वासन देकर शिकायतकर्ताओं को संतुष कर वसपस भेज दिया। शिकायत करने वालों में बलजीत कौर, ग्राम पंचायत सदस्य बलराम सिंह, मंजीत सिंह, दिलीप, अरविंद, दिलीप दत्त, पूजा सहित एक दर्जन से अधिक शिकायतकर्ता शामिल रहे।
रिपोर्ट : फैसल मलिक