पीलीभीत : पुलिस के खिलाफ अनशन पर बैठे परिवार की हालत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती

पुलिस पर झूठे केस में फंसाए जाने का आरोप है..!

Update: 2017-05-19 06:32 GMT
पीलीभीत थाना सुनगढी और एसओजी की संयुक्त टीम ने आधा दर्जन बदमाशों को पकडा था। पकडे गए बदमाशों ने तीन मार्च को एक पेट्रोलपंप स्वामी का अपहरण किया था। उसको बंधनमुक्त करने के लिए बीस लाख की फिरौती वसूली थी। इस मामले में पुलिस पर गलत फंसाये जाने का आरोप लगते हुए पीड़ित के परिजनों दो दिन से भूख हड़ताल पर बैठे थे। मगर हालत गंभीर होने की वजह से उनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पीलीभीत के नेहरू ऊर्जा पार्क में दो दिन से भूख हड़ताल में बैठे परिवार को आज 108 एम्बुलेंस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। दरअसल, 4 मार्च 2017 को जहानाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम ललौरी खेडा के पास कल्याणपुर में बदमाशों द्वारा पेट्रोल पम्प व्यवसाईं को बंधक बनाकर 20 लाख रुपये फिरौती के रूप में वसूली की गई थी। अपहरणकर्ताओं के पास लगभग 14 लाख रुपये नगद, आईकन फोर्ड गाडी नम्बर यूपी-16-एच-4925, 02 तमंचा मय कारतूस, 09 मोबाईल, बरामद किया है।

सुनगढ़ी पुलिस व स्वाट टीम ने मीडिया के दखल के बाद आनन-फानन में आरोपियों को अरेस्ट कर खुलासा करके अपनी वाहवाही लूटी थी। इस मामले में सुनगढी पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपियों में हरिचरणलाल को भी जेल भेज दिया था। जिसमे भूख हड़ताल पर बैठे परिवार की माने तो जहानाबाद इलाके में रहने वाले हरिचरणलाल जोकि अब जिला जेल में है जिनको पुलिस ने गलत फंसाया है।

पीलीभीत के सुनगढ़ी पुलिस की शिकायत पीड़ित परिजनों ने प्रधानमंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री से शिकायत की थी और प्रशासन को भी भूख हड़ताल के बारे में पहले से अवगत कराया जा चुका था। मगर प्रशासन ने रटारटाया बयां दिया था की जाँच और कार्यवाही की जाएगी। फिलहाल परिजनों का मानना है की जब तक उनके साथ न्याय नहीं होगा,वो भूख हड़ताल से नहीं हटेंगे।
रिपोर्ट : फैसल मलिक
Tags:    

Similar News