भगवा रंग का दुपट्टा भी उतरवाया लडकियों का जानिए क्यों? हिन्दू संगठनो में रोष!
आगरा: भारत एक ऐसा देश है जहां नारी का सम्मान और पूजा होती है। लेकिन पिछले दिनों 34 अलग-अलग देशों से आयी मॉडल्स के साथ ऐसा व्यवहार हुआ जिसे देखकर हिन्दू संगठनों में उबाल आ गया। वह हमारी सभ्यता और संस्कृति के बिल्कुल विपरीत है। जांच के दौरान गाइड ने सभी मॉडलों को ताज में प्रतिबंधित सामग्री की जानकारी दी।
घटना सुर्खियां बनी तो गुरुवार को हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष अमित चौधरी और महानगर अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता माल रोड स्थित पुरातत्व विभाग के कार्यालय पर पहुंच गए। उन्होंने वहां जमकर नारेबाजी। वहीं, पूछने पर बताया गया कि यह ताजमहल में बैन है। इसके साथ ही जब मीडिया ने सवाल किया कि 'धर्म से रिलेटेड लिखा हुआ पहनकर जा सकते हैं लेकिन यह लोग विदेशी हैं और हिंदू धर्म के नहीं हैं, इसलिए इनसे उतरवाया गया है।'
इस पर आगरा के बीजेपी अध्यक्ष विजय शिवहरे ने यहां तक कह दिया कि क्या यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ताजमहल आएंगे तो उनके भी कपड़े उतारे जाएंगे? बता दें कि ताजमहल में बुधवार को भगवा रंग के 'रामनामी' दुपट्टों को पहनकर पहुंची विदेशी मॉडल्स को सुरक्षा जांच के दौरान रोक दिया गया। ताजमहल में सुरक्षा के नाम पर इन्हें दुपट्टा उतारने के लिए मजबूर किया गया। इसके पीछे कारण बताया गया कि ताजमहल में धार्मिक प्रतीक चिन्ह और पूजा सामग्री पर रोक है।