गोरखपुर: 7 सितम्बर 1994 को पिपराइच इलाके के जंगल धूसड़ में रहने वाले खदेरू निषाद की हत्या कर दी गई थी। खदेरू के पिता भग्गन ने हत्या का केस दर्ज करवाया था। भग्गन ने बताया था कि खदेरू का जमीन को लेकर रंजिश थी। हत्या पूर्व मंत्री जितेंद्र कुमार जायसवाल उर्फ पप्पू भईया के पादरी बाजार स्थित जनसम्पर्क कार्यालय के सामने हुई थी। खदेरू ने डीएम और एसएसपी को लिखित में दिया था कि जितेंद्र जायसवाल उसकी हत्या करवा सकते हैं।
जिला अदाल में केस चला और गुरुवार को अदालत ने बीजेपी और बीएसपी सरकार में मंत्री रहे जितेंद्र कुमार जायसवाल को हत्या का दोषी पाए जाने पर उम्रकैद की सजा दी है। उनकी सजा की खबर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय है। एक और दोषी मिराज को भी कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी है।
दो बार मंत्री रहे हैं जितेंद्र जायसवाल उर्फ पप्पू भईया का दबदबा कुछ साल पहले तक पिपराइच विधानसभा क्षेत्र में चलता था। वह से दो बार वो विधायक रहे। बीजेपी और बीएसपी की सरकार में वह मंत्री भी रहे। यूपी के बड़े शराब कारोबारियों में उनके परिवार का नाम शुमार है। पिछले कुछ साल से जितेंद्र जायसवाल की राजनैतिक सक्रियता कम हो गई थी। इस बार पंचायत चुनावों में उनका बेटा पहले जिला पंचायत सदस्य और फिर ब्लॉक प्रमुख बना।