उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू हो चुकी है। इसी क्रम में आज बद्रीनाथ के पट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। केदारनाथ के पट पहले ही खुल चुके हैं। बद्रीनाथ के दर्शन और आराधना के लिए कल रात से श्रद्धालुओं का ताँता लग गया था। इन श्रद्धालुओं में देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी शामिल थे। उन्होंने आज सुबह 9 बजे बद्रीनाथ के दर्शन किये। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी केदारनाथ में पूजा अर्चना के लिए पहुंचे थे।
प्रणब मुखर्जी सुबह 8 बजकर 58 मिनट पर मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे। यहाँ मुख्य रावल की उपस्थिति में उन्होंने पूजा-अर्चना की। पूजा करीब एक घंटे तक चली। राष्ट्रपति के आगमन को लेकर पूरे क्षेत्र को जीरो जोन घोषित किया गया था। इस दौरान आम लोगों को परिसर से दूर रखा गया था। राष्ट्रपति को पहले पालकी में मंदिर ले जाने का कार्यक्रम था लेकिन महामहिम ने इसकी सुन्दरता को देखते हुए पैदल ही अन्दर जाने का निर्णय लिया। राष्ट्रपति इससे पहले सेना के विमान से यहाँ पहुंचे थे।
बद्रीनाथ पहुंचने के बाद राष्ट्रपति यहाँ बने मिनी राष्ट्रपति भवन गुजराती धर्मशाला भी गए। वहां उन्होंने कुछ देर तक विश्राम किया। इस दौरान उन्हें मुख्यमंत्री और मंदिर समिति की तरफ से बद्रीनाथ का स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। प्रणब मुखर्जी से पहले देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद और पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल इस धर्मशाला में आ चुके हैं।
राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल डा. केके पॉल और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद रहे। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने पुष्प गुच्छ भेंटकर महामहिम का स्वागत किया। राष्ट्रपति अपने दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर हैं। शुक्रवार को राष्ट्रपति आइजीएनएफए के दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए देहरादून पहुंचे थे। यहां उन्होंने राजभवन में रात बिताई।