चोर ने मंदिर में चोरी किए गहने 9 साल बाद वापस लौटाए, जुर्माने के साथ एक चिठ्ठी भी छोड़ी, वजह पढ़कर हैरान रह जाएंगे!

मंदिर के पुजारी ने कहा कि चोरी गए गहनों का वापस मिलना किसी चमत्कार से कम नहीं है.

Update: 2023-05-17 13:33 GMT

9 साल पहले ओडिशा के एक मंदिर में एक अजीबो-ग़रीब घटना हुई थी. इस दौरान मंदिर में मौजूद भगवान श्री कृष्ण और राधा जी के लाखों के गहने अचानक से गायब हो गए थे. ये देख मंदिर के पुजारी समेत भक्त भी हैरान थे. लेकिन ये सब भगवान के चमत्कार से नहीं, बल्कि चोर की काली करतूत से हुआ था.

इंडिया टुडे के मुताबिक़, साल 2014 में ओडिशा के बलेश्वर ज़िले के गोपीनाथपुर गांव में स्थित गोपीनाथ मंदिर से भगवान श्री कृष्ण और राधा जी के लाखों रुपये की क़ीमत के गहने चोरी हो गए थे. ये चोरी उस वक़्त अंजाम दी गई थी, जब मंदिर में यज्ञ चल रहा था. इसके बाद मंदिर प्रशासन ने थाने में चोरी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. लेकिन 9 साल बीत जाने के बाद भी पुलिस चोरों को ढूंढने में सफ़ल नहीं हो पाई.

आख़िरकार पूरे 9 साल बाद भगवान श्री कृष्ण और राधा जी के लाखों के गहने सही सलामत मिल गए हैं. मंदिर के पुजारी श्री देवेश चंद्र मोहंती ने जब सुबह मंदिर के दरवाज़े खोले तो सामने एक बैग मिला. जब बैग खोल कर देखा गया तो वो हैरान रह गए. बैग में सालों पहले चोरी हुए गए क़ीमती आभूषण (चांदी का मुकुट, कान की बाली, कंगन और एक बांसुरी) मौजूद थे. पुजारी जी के लिए सालों पहले चोरी हुए गहने अचानक से वापस मिलना किसी चमत्कार से कम नहीं था.

चोर की दरियादिली तो देखिए वो ख़ुद गहने लौटाने मंदिर आया था और न सिर्फ़ सारे गहने लौटाए, बल्कि 301 रुपये का दान भी देकर गया. इसके साथ ही बैग में दो पर्चियां भी छोड़ गया.

जिसमें लिखा था कि 'मैं गहनों के साथ 301 रुपये दे रहा हूं. जिसमें से 201 रुपये मंदिर के दान के लिए हैं और 100 रुपये जुर्माने के रूप में. जब मंदिर में यज्ञ किया जा रहा था तब मैंने गहने चुराए थे. लेकिन गहनों को चुराने के बाद, नौ साल के अंदर मुझे जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ा. गहने चोरी करने के बाद से मैं ठीक से सो नहीं सका हूं, मुझे बुरे सपने आते हैं, मैं अपनी गलती मान रहा हूं और गहनों को वापस लौटा रहा हूं’..मैं अपना नाम, पता या गांव नहीं बता रहा हूं.’

बैग से मिली पर्चियों में गहने चोरी करने वाले शख़्स ने अपना नाम तो नहीं बताया लेकिन कहा कि, हाल ही में उसने जब श्रीमद्भगवद्गीता (Bhagavad Gita) पढ़ी तो उसे अपनी ग़लती का एहसास हुआ. इसके बाद ही उसने ये फ़ैसला लिया.

रिपोर्ट के मुताबिक मंदिर के पुजारी कैलाश पांडा ने कहा कि चोरी गए गहनों का वापस मिलना किसी चमत्कार से कम नहीं है.

उन्होंने कहा, ‘पुलिस इतने सालों तक चोर को पकड़ने में नाकाम रही. इसलिए हमने गहने मिलने की सारी उम्मीद छोड़ दी थीं. बड़ी मुश्किल से हमने भगवान के लिए नए गहने खरीदे. भगवान ने चोर को सजा दी है, जिसने खुद ही चोरी के गहने वापस कर दिए.’

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