पंजाब में 7 आईपीएस अफसरों और 2 पीपीएस अफसरों का तबादला हो गया। इनमें फिरोजपुर के एसएसपी हरमनदीप सिंह हंस का नाम भी शामिल है। यहां आपको याद दिला दें कि दो दिन पहले ही जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिरोजपुर जा रहे थे तब उनके काफिले को रोक दिया गया था।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे पीएम की सुरक्षा में चूक का मामला बताया था और उसके बाद से ही फिरजोपुर के एसएसपी विवादों में थे। बहरहाल फिरोजपुर के एसएसपी हरमनदीप सिंह हंस की जगह अब नरेंद्र भार्गव को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
राज्य में चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही वहां चुनाव आचार संहिता भी लागू हो चुकी है। आचार संहिता लागू होने से कुछ घंटे पहले राज्य की चरणजीत सिंह चन्नी सरकार ने डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को हटाकर वीके भावरा को नया डीजीपी बनाया। पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में डीजीपी पर भी सवाल उठाए जा रहे थे। वीके भावरा 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वे विजिलेंस चीफ के तौर पर भी काम कर चुके हैं।
फिरोजपुर में सड़क को अवरुद्ध करने वाले संगठन भारतीय किसान संघ (क्रांतिकारी) के प्रमुख सुरजीत सिंह फूल ने कहा था कि फिरोजपुर के एसएसपी ने ही उन्हें सूचित किया था कि नरेंद्र मोदी सड़क मार्ग से आ रहे हैं। फूल ने कहा था, 'लेकिन, हमने सोचा था कि सड़क खाली कराने के लिए (अधिकारी द्वारा) छल किया जा रहा है।'
इस बीच, जिन अन्य पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया है उनमें नौनिहाल सिंह भी शामिल हैं। उन्हें जालंधर का पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है। ए.के. मित्तल को रूपनगर का पुलिस महानिरीक्षक तथा सुखचैन सिंह को अमृतसर का आयुक्त नियुक्त किया गया है। नानक सिंह और अलका मीणा को क्रमश: गुरदासपुर और बरनाला का एसएसपी बनाया गया है। दो पीपीएस अधिकारियों -हरकमलप्रीत सिंह खाख और कुलजीत सिंह- को नए पदस्थापन आदेश दिए गए हैं।