अमृतसर स्टेशन पर उस वक्त हड़कंप मच गया जब सफाई कर्मचारियों को हावड़ा-अमृतसर मेल के टॉयलेट के फ्लश में फंसा हुआ एक नवजात बच्चा मिला. दरअसल एक सफाई कर्मचारी ने ट्रेन के एसी डिब्बे D-3 के शौचालय का दरवाजा खोला तो उसे वहां दुपट्टे का एक छोर दिखाई दिया. जब उसने अंदर जाकर देखा तो चुन्नी में लपेटा हुआ एक नवजात फ्लश में फंसा हुआ था.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, उस बच्चे को जन्म लिए ज्यादा से ज्यादा एक ही दिन हुए थे. उसके गले में चुन्नी का फंदा लगाकर फ्लश में ठूसा गया था. सफाईकर्मी उसे देखकर हैरान थे कि वह जिंदा कैसे रहा. पुलिस को घटना की जानकारी दी गई और उसे तत्काल सिविल अस्पताल ले जाया गया.
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बच्चे को देखकर लगता हे कि वह चार घंटे से अधिक समय तक फ्लश में फंसा रहा. बेहद ज्यादा ठंड होने के बावजूद वह जिंदा रहने में कामयाब रहा. वहीं सफाई कर्मचारियों का कहना है कि शायद बच्चा मैच्योर होने के बाद पैदा हुआ था. हेल्दी होने के कारण ही वह फ्लश में फंसा रहा और ट्रेन से नीचे नहीं गिरा. हालांकि बच्चे की मां का अभी तक पता नहीं चल पाया है.