दिल्ली के बाद पंजाब ने बढ़ाया पेट्रोल-डीजल पर VAT, 2 रुपये से ज्यादा महंगा हुआ तेल
. राजस्थान में पेट्रोल का वैट 30 फीसद से बढ़ाकर 34 फीसद जबकि डीजल पर 22 से बढ़ाकर 26 फीसद किया गया था.
पंजाब में पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ा दिया गया है. पंजाब में डीजल पर वैट को बढ़ाकर 15.15 प्रतिशत किया गया जबकि पेट्रोल पर वैट को बढ़ाकर 23.30 प्रतिशत किया गया है. इसके बाद पंजाब में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये से ज्यादा प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो जाएगी.
पंजाब की तरह अन्य कई राज्यों ने अपने यहां वैट बढ़ाने का फैसला किया है. दिल्ली में भी पेट्रोल-डीजल पर वैट में बढ़ोतरी की गई है जिससे तेलों के दाम में उछाल देखा जा रहा है. इसी तरह का फैसला पंजाब, हरियाणा और राजस्थान ने भी लिया है. राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने तो मार्च महीने में ही वैट बढ़ोतरी का फैसला किया था. राजस्थान में पेट्रोल का वैट 30 फीसद से बढ़ाकर 34 फीसद जबकि डीजल पर 22 से बढ़ाकर 26 फीसद किया गया था.
पेट्रोल पर वैट की दर 23.30 प्रतिशत
जबकि डीजल पर वैट 15.15 प्रतिशत
इसी तरह हरियाणा में भी तेलों पर वैट और बस के किराये में बढ़ोतरी की गई थी. इस पर कांग्रेस ने हरियाणा सरकार की काफी आलोचना की. एक जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और हरियाणा कांग्रेस प्रमुख कुमारी शैलजा ने कहा था कि सरकार ने बिना सोचे समझे बस का किराया 15 पैसे प्रति किलोमीटर और पेट्रोल पर वैट 1 रुपये व डीजल पर वैट 1.10 रुपये बढ़ा दिए. दोनों नेताओं ने कहा, मंडियों में फल एवं सब्जियों की बिक्री पर मार्केट फीस भी बढ़ा दी गई. दूसरी ओर हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस की इस आलोचना का जवाब देते हुए कहा कि उसे राजस्थान सरकार का फैसला नहीं दिख रहा जहां पेट्रोल-डीजल पर वैट बढ़ाए गए हैं.
हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के अलावा दिल्ली में भी तेलों पर वैट बढ़ाया गया है. देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दाम में 1.67 रुपये और डीजल की कीमत में 7.10 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई. दिल्ली सरकार ने मंगलवार को इसका ऐलान किया. पेट्रोल और डीजल पर वैट की दर बढ़ाए जाने से दोनों तेलों के दामों में यह बढ़ोतरी देखी गई. दिल्ली सरकार के इस फैसले का भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ने विरोध किया है. बीजेपी ने कहा कि इससे दिल्ली के गरीब व किसान वर्ग को काफी दिक्कतें होंगी. कांग्रेस ने कहा कि उसकी सरकार में वैट की दर कम रखी गई थी लेकिन मौजूदा सरकार ने इसमें बेतहाशा बढ़ोतरी की है. इसलिए, बढ़ी दर वापस लेकर लोगों को राहत देनी चाहिए.
(एजेंसी से इनपुट)