लुधियाना से बब्बर खालसा के सात आतंकी गिरफ्तार, बड़े हमले की थी साजिश
लुधियाना से खूंखार आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के सात आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। लुधियाना पुलिस और काउंटर इंटेलिजेंस ब्यूरो की संयुक्त टीम ने अभियान चलाकर इन आतंकियों को पकड़ने में बड़ी कामयाबी हासिल की है।
पंजाब: लुधियाना से खूंखार आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के सात आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। लुधियाना पुलिस और काउंटर इंटेलिजेंस ब्यूरो की संयुक्त टीम ने अभियान चलाकर इन आतंकियों को पकड़ने में बड़ी कामयाबी हासिल की है।
लुधियाना पुलिस कमिश्नर ने बताया कि खालिस्तान के खिलाफ लिखने वाले लोग इन आतंकियों के निशाने पर थे, लेकिन समय रहते पुलिस ने कार्रवाई करके इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए आतंकवादी फेसबुक के जरिए ब्रिटेन में आतंकी सुरेंद्र सिंह के संपर्क में थे। वह इनको हैंडल कर रहा था और फंड भी उपलब्ध करा रहा था।
खालिस्तान लिबरेशन फोर्स का चीफ हरमिंदर सिंह मिंटू (47 वर्ष) भी पहले आतंकी संगठन बब्बर खालसा का सदस्य था। साल 1986 में अरूर सिंह और सुखविंदर सिंह बब्बर ने जब खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) बनाई तो वह उससे जुड़ गया। इसके बाद खालिस्तान आंदोलन में शामिल रहे चार बड़े संगठन भी साल 1995 में केएलएफ से जुड़ गए और फिर केएलएफ का मुखिया बन गया।
Punjab: Police arrested 7 members of a terrorist group in Ludhiana
— ANI (@ANI) September 30, 2017
इससे पहले मई में पंजाब के मोहाली से चार बब्बर खालसा आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। चारों आतंकियों की पहचान हरबिंदर सिंह, अमृतपाल कौर, जरनैल सिंह और रणदीप सिंह के रूप में की गई थी। बताया जा रहा है कि इन आतंकियों के निशाने पर कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर, सज्जन कुमार और शिवसेना के कई नेता थे। ये चारों आतंकी खुद को खालिस्तान जिंदाबाद ग्रुप का हिस्सा बता रहे थे। इन चार आतंकियों में से एक महिला अमृतपाल कौर संगरूर के किशनगढ़ की रहने वाली थी।
पंजाब हमेशा आतंकियों के निशाने पर रहा है। राज्य आतंकवाद के काले दौर को देख चुका है। रा्ज्य में पहले ही इंटेलीजेंस से मिले इनपुट के आधार पर सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। कुछ दिन पूर्व राज्य के प्रमुख स्थलों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद प्रमुख स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। पुलिस महानिदेशक ने राज्य के सभी जिलों में आतंकवादी विरोधी प्लाटून (एटीएफ) बनाने के आदेश दिए थे।