अमृतसर की सैंट्रल जेल में कैदियों द्वारा नशा किए जाने की वीडियो वायरल होने के बाद जेल अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है, वहीं जेल मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने इस वीडियो की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। मंत्री बैंस ने कहा कि इस वीडियो की हर पहलू से जांच होनी चाहिए और इसमें हर उस व्यक्ति से पूछताछ की जाए,
जिसकी संलिप्तता इस वीडियो से जुड़ी हो जेल के अंदर से कैदियों द्वारा नशा करने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने पंजाब सरकार के सभी दावों को सवालों के घेरे में ला दिया है। जेल का वायरल हो रहा यह वीडियो उस हवालाती का है, जो कुछ दिन पहले ही बाहर आया था। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि कुछ लोग झुंड बनाकर एक पन्नी से नशा ले रहे हैं। बेशक जेल प्रबंधन जेल में सख्ती का दावा कर रहा है, मगर इसके बावजूद जेल अधिकारी तस्करों के नैटवर्क को तोड़ नहीं सके।
एस.टी.एफ. पकड़ चुकी है जेल के डिप्टी सुपरिंटैंडैंट व वार्डन को
स्पैशल टास्क फोर्स ने एक सीक्रेट ऑप्रेशन के बाद गोइंदवाल साहिब की जेल के डिप्टी सुपरिंटैंडैंट बलबीर सिंह को गिरफ्तार किया था जो जेल में बैठे कैदियों को मोबाइल फोन उपलब्ध करवा रहा था और बैरक में किसी तरह की भी कोई जांच न करने के एवज में मोटी राशि ले रहा था। यही नहीं एस.टी.एफ. ने 2 ऐसे जेल वार्डन भी गिरफ्तार किए हैं, जिनके कब्जे से हैरोइन की रिकवरी की गई। ये वॉर्डन जेल में बैठे कैदियों को हैरोइन सप्लाई कर रहे थे।
3 लेयर सुरक्षा को तोड़ कैसे पहुंचता है नशा
पंजाब की जेलों में 3 लेयर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। कोई भी व्यक्ति बाहर से जेल के अंदर कुछ भी नहीं ले जा सकता। अंदर जाने वाले हर व्यक्ति की तीन जगह तलाशी/ जांच की जाती है इसके बावजूद कैदियों तक नशा पहुंचना कहीं न कहीं जेल अधिकारियों की मिलीभगत व भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रहा है।