पंजाब के नए CM की रेस: अंबिका सोनी ने ऑफर ठुकराया, नवजोत सिद्धू ने दावा ठोका; सुनील जाखड़ भी दौड़ में शामिल
अगर जाखड़ के नाम पर मुहर लगी तो 55 साल बाद पंजाब को पहला हिंदू CM मिलेगा।
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब का नया CM कौन होगा? इसको लेकर कांग्रेस का मंथन जारी है। अभी तक की जानकारी के मुताबिक नए चेहरे के तौर पर अंबिका सोनी का नाम सबसे आगे चल रहा था। अंबिका सोनी पंजाब से राज्यसभा सांसद हैं। हालांकि अब खबर आ रही है कि उन्होंने यह ऑफर ठुकरा दिया है। वहीं, सूत्रों के मुताबिक नवजोत सिद्धू ने भी उन्हें CM बनाने का दावा ठोक दिया है। जिस वजह से पेंच ज्यादा फंस गया है। उनके अलावा पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ भी दौड़ में बने हुए हैं।
इसके बाद सिद्धू और जाखड़ के हक में विधायकों की लामबंदी शुरु होने लगी है। कुछ नेता जाखड़ के घर पहुंचे हैं तो कुछ विधायकों की सिद्धू के करीबी सुखजिंदर रंधावा के घर बैठक शुरु हो गई है।
वहीं, अगर जाखड़ के नाम पर मुहर लगी तो 55 साल बाद पंजाब को पहला हिंदू CM मिलेगा। इसी बीच बड़ी खबर यह है कि पंजाब कांग्रेस विधायक दल की 11 बजे होने वाली बैठक को टाल दिया गया है। अब कांग्रेस हाईकमान सीधे ही इसकी घोषणा करेगा।
इसी बीच चंडीगढ़ के एक होटल में पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत, केंद्रीय ऑब्जर्वर अजय माकन और हरीश चौधरी के साथ कांग्रेस नेताओं की मुलाकातों का सिलसिला चल रहा है। कुल मिलाकर अभी तक पंजाब कांग्रेस के विधायकों में सर्वसम्मति बनती नजर नहीं आ रही है।
पंजाब कांग्रेस के संगठन महासचिव और सिद्धू के करीबी विधायक परगट सिंह ने कहा कि विधायक दल ने नए नेता को चुनने का अधिकार सोनिया गांधी को दे दिया है। अब फैसला वहीं से होगा।
पहले यह फैसला शनिवार रात को ही विधायक दल की बैठक में होना था। इसीलिए नया चेहरा चुनने का अधिकार सोनिया गांधी को देकर प्रस्ताव तुरंत ई-मेल से भेजा गया। जिसके बाद कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ का CM बनना लगभग तय माना जा रहा था। हालांकि अचानक पंजाब के सिख स्टेट होने की वजह से सिख चेहरे की मांग भी उठ गई है, जिसके बाद कांग्रेस हिंदू व सिख चेहरे के चक्कर में फंस गई है।
दो डिप्टी CM के फार्मूले पर भी कांग्रेस का मंथन
सिख व हिंदू चेहरे के चक्कर में फंसी कांग्रेस के भीतर अब एक CM और दो डिप्टी सीएम फार्मूले पर विचार हो रहा है। अगर किसी हिंदू चेहरे को CM बनाया जाता है तो फिर एक जट सिख और एक दलित डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। अगर सिख चेहरे को CM बनाया जाता है तो फिर एक हिंदू और एक दलित नेता को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। इस फार्मूले के जरिए कांग्रेस विरोधियों व खासकर अकाली दल के एक हिंदू और एक दलित को डिप्टी सीएम बनाने के चुनावी वादे का भी तोड़ निकाल सकती है। हालांकि अंतिम मुहर विधायक दल की बैठक में ही लगेगी।