राजस्थान के भरतपुर जिले से अग़वा दो मुस्लिम युवकों के जले हुए शव हरियाणा में मिले, जानिए क्या है पूरा मामला?
भरतपुर: राजस्थान के भरतपुर ज़िले का घाटमी गांव के दो मुस्लिम युवकों का अपहरण कर क़रीब 250 किलोमीटर दूर हरियाणा के भिवानी ज़िले में गाड़ी समेत ज़िदा जलाकर हत्या का आरोप लगाया गया है.
परिजनों ने अपहरण कर ज़िंदा जलाकर मारने का आरोप बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर लगाए हैं. हरियाणा के अलग-अलग जगह के रहने वाले पांच युवकों के ख़िलाफ़ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने परिजनों से शवों की पहचान कराने और पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया है. पहले तो परिजनों ने शवों को दफ़नाने से इनकार कर दिया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए भरतपुर रेंज आईजी, एसपी समेत वरिष्ठ अधिकारी मौक़े पर पहुँचे. कुछ घंटों की बातचीत के बाद परिजन शव को दफ़नाने के लिए राज़ी हो गए हैं.
क्या है पूरा मामला
भरतपुर ज़िले के नगर तहसील में घाटमीका गांव के इस्माइल ने पंद्रह फरवरी को अपने दो चचेरे भाइयों के अपहरण की एफआईआर दर्ज करवाई थी. गोपालगढ़ थाने में दर्ज एफ़आईआर में लिखा है, "पंद्रह फ़रवरी को सुबह क़रीब पांच बजे जुनैद और नासिर अपनी हरियाणा नंबर गाड़ी से अपने निजी काम से बाहर गए हुए थे." "सुबह 9 बजे एक दुकान पर कुछ लोगों ने बताया कि दो युवकों को आठ-दस लोगों ने बुरी तरह पीटा. दोनों को गंभीर हालत में गाड़ी में डाल कर ले गए हैं." इस्माइल ने बताया, "जब मैंने फ़ोन किया तो दोनों भाइयों के मोबाइल ऑफ़ थे. हम ढूंढने लगे तब कुछ लोगों ने बताया कि यहां इस तरह से हादसा हुआ और उनको उठा कर ले गए." इस्माइल ने आगे कि बातचीत में कहा, "वहीं मौजूद लोगों ने हमें बताया कि पीटने और अपहरण करने वाले बजरंग दल के लोग थे. हमें उनके नाम भी बताए."
हरियाणा में मिले शव
भरतपुर में गोपालगढ़ थाने से क़रीब 250 किलोमीटर दूर 16 फ़रवरी को पुलिस को एक जली हुई गाड़ी और जले हुए शव मिले.हरियाणा में "भिवानी ज़िले के एक गांव के बाहरी इलाके में में जली हुई गाड़ी मिली. गाड़ी में दो शव भी मिले, जिन्हें पुलिस ने कब्जे में लेकर जांच के लिए अस्पताल भेज दिया है." "मौक़े से पुलिस की फॉरेंसिक टीम और अन्य पुलिस अधिकारियों ने घटना के सबूत जुटाए."पुलिस अधिकारियों ने बताया, "स्थानीय लोग सुबह जब सो कर उठे तो उन्होंने गांव के बाहर गाड़ी जली हुई हालत में खड़ी देखी. गांव वालों ने इसकी सूचना गांव के सरपंच को दी और सरपंच ने मामले की सूचना पुलिस तक पहुंचाई."
इस मामले में लोहारू के डीएसपी जगत सिंह मोर ने बताया है, "इस सारे मामले की जांच के लिए सीआईए, एफएसएल, साइबर की तकनीकी टीम की मदद से हर पहलू की जांच की जा रही है. घटनास्थल पर आने वाले सभी रास्तों पर सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है, ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके." ऐसी चर्चाएं हैं कि दोनों युवकों को गौ तस्करी के शक में अपहरण कर ज़िंदा जलाया गया है. हालांकि, गौ तस्करी का ज़िक्र एफआईआर में नहीं है.
गोपालगढ़ थाना प्रभारी और इस मामले के जांच अधिकारी राम नरेश ने कहा है, "मृतकों के पास कोई गौवंश नहीं मिला है और एफआईआर में भी गौ तस्करी का ज़िक्र नहीं है. हम हर एंगल से मामले की जांच कर रहे हैं. जांच पूरी होने के बाद ही सही कारण सामने आएगा." थाना प्रभारी राम नरेश ने कहा, "दोनों मृतक पहाड़ी थाना इलाक़े के घाटमीका गांव के रहने वाले थे. परिजनों ने शिकायत दी है कि हमारे बच्चे रिश्तेदारी में जा रहे थे. तभी उनको गोपालगढ़ थाना इलाक़े के पीरूका गांव से बजरंग दल के लोग उठा कर ले गए."
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में लिखा गया है कि मृतकों में से एक के ख़िलाफ़ पहले भी आपराधिक मामले दर्ज थे. इस सवाल पर थाना प्रभारी राम नरेश ने कहा, "यह हमारे थाने के रहने वाले नहीं थे, अभी जांच जारी है." घाटमीका गांव के पहाड़ी थाना प्रभारी राम लहरी ने कहा, "हमारे यहां इनके ख़िलाफ़ कोई मामला दर्ज नहीं है."
छह बच्चों के पिता थे जुनैद
परिजनों ने कहा, "जुनैद पैंतीस साल और नासिर तीस साल की उम्र के थे. जुनैद के छह बच्चे हैं और नासिर के अभी कोई औलाद नहीं थी." चचेरे भाई इस्माइल ने कहा, "जुनैद और नासिर खेत पर भी काम करते थे और बड़ी गाड़ी (ट्रक) भी चलाते थे."इस्माइल ने कहा, "पुलिस शवों को ले आई है और पोस्टमार्टम के बाद शव हमें दे दिए. पहले परिवार ने बिना किसी आश्वासन के शव को दफनाने से मना कर दिया था."
हालांकि बाद में गोपालगढ़ थाना प्रभारी राम नरेश ने फ़ोन पर कहा, "शवों को दफ़नाए जाने पर सहमति बन गई है. समाज की पंचायत में निर्णय लिया गया है. राजस्थान सरकार में मंत्री ज़ाहिदा ख़ान भी पहुंची थीं. मंत्री ने कहा कि दोनों मृतकों के परिवार को एक एक सरकारी नौकरी और मृतकों के परिजनों को पंद्रह-पंद्रह लाख रुपए सरकार की ओर से दिए जाएंगे."
थाना प्रभारी ने जानकारी दी, "मंत्री ज़ाहिदा ख़ान ने अपनी ओर से पांच -पांच लाख रुपए मृतकों के परिजनों को देने की भी घोषणा की है. सहमति बनने के बाद निर्णय लिया गया है कि दो बजे जुम्मे की नमाज़ के बाद शवों को दफ़नाया जाएगा." मृतकों के ख़िलाफ़ पुलिस के मामला दर्ज होने की बात कही जा रही है, इस सवाल पर इस्माइल ने कहा, "वे बोलेरो गाड़ी में थे. इनके पास से कुछ नहीं मिला है. कुछ होता तो पुलिस को तो मिलता. यह सब झूठे आरोप हैं. कोई मामला दर्ज नहीं था इन पर.
अभियुक्तों ने जारी किए वीडियो
परिजनों की शिकायत के आधार पर दर्ज एफआईआर में नामजद पांच अभियुक्तों पर आईपीसी की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. एफआईआर के अनुसार, 'अनिल, श्री कांत, रिंकू सैनी, लोकेश सिंघला और मोनू के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 143 (गैरकानूनी जनसमूह का सदस्य होना) 365 (अपहरण) 367 (अपहरण कर उसको क्षति पहुंचाना) 368 (अपहरण किए व्यक्ति को क़ैद में रखना) का मामला दर्ज किया गया.'
हालांकि हरियाणा में जली गाड़ी में दो शव मिलने के बाद अब धाराएं भी बदली भी जा सकती हैं. ये धाराएं अपहरण के मामले में दर्ज एफआईआर के आधार पर लगाई गई थीं. जांच के साथ तथ्य सामने आने पर धाराओं में कानूनी प्रावधानों के तहत बदलाव किया जा सकता है.
राजस्थान में दर्ज एफआईआर में मृतकों के चचेरे भाई इस्माइल ने सभी अभियुक्तों को बजरंग दल से जुड़ा होने का आरोप लगाया गया है. इन आरोपों पर बजरंग दल से बात करने की कोशिश की गई. लेकिन, बजरंग दल के किसी नेता से बात नहीं हो सकी है. एफआईआर में दर्ज अभियुक्त मोनू ने सोशल मीडिया के ज़रिए अपना पक्ष रखा है. उन्होंने इस मामले में लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया है.
कौन है अभियुक्त मोनू
एफआईआर में नामजद अभियुक्त मोनू हरियाणा के मानेसर का रहना वाला है. सोशल मीडिया पर मोनू मानेसर नाम से चर्चित है और सोशल मीडिया पर ख़ुद को बजरंग दल से जुड़ा बताता है. इस घटना में मोनू का नाम आने पर उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो बयान जारी कर इन आरोपों को निराधार बताया है. जारी वीडियो में उन्होंने कहा है कि मैं और मेरी टीम पर लगे सभी आरोप निराधार हैं.
मोनू ने हरियाणा पुलिस को टैग करते हुए एक सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर जारी कर लिखा है, 'गोपालगढ़ थाना क्षेत्र में जो घटना हुई, मैं और मेरे साथी गुरुग्राम के एक निजी होटल में रुके 14 से 15 तारीख़ की दोपहर तक. हमारा इस घटना से कोई संबंध नहीं है.' सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर अभियुक्त मोनू ने इस मामले में कहा है, "जो आरोप हमारे ऊपर लगाए जा रहे हैं. वो बिल्कुल निराधार हैं. बजरंग दल की कोई टीम वहां नहीं थी."
"सोशल मीडिया से मालूम हुआ है. वो घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. इस घटना में जो भी कोई शामिल हो उसको बख़्शा नहीं जाए. इस मामले में मैं और मेरी टीम नहीं है. हम इस मामले में पुलिस का सहयोग करने के लिए तैयार हैं. लेकिन, जो भी नाम इसमें दिए गए हैं. वह बिल्कुल निराधार हैं." हरियाणा और राजस्थान से जुड़ी इस घटना पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
उन्होंने लिखा है, "भरतपुर के घाटमीका निवासी दो लोगों की हरियाणा में हत्या निंदनीय है. राजस्थान एवं हरियाणा पुलिस समन्वय बनाकर कार्रवाई कर रही है. एक अभियुक्त को हिरासत में लिया गया है. अन्य अभियुक्तों की तलाश जारी है. राजस्थान पुलिस को सख़्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं."