राजस्थान के बाड़मेर में दलित युवक की पुलिस कस्टडी में मौत, एसपी और डिप्टी एसपी का एपीओ और पूरा थाना लाइन हाजिर कर दिया
थानाधिकारी और पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज
बाड़मेर में दलित युवक की पुलिस हिरासत में मौत मामले ने तूल पकड़ लिया है। राज्य सरकार ने मामले की न्यायिक जाचं के आदेश कर एसपी शरद चौधरी को एपीओ कर पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया है। हालां कि इसके बावजूद मृतक के परिजन पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े हैं और शव लेने से इनकार कर दिया है। सूचना पर कलेक्टर अंशदीप भी पहुंचे और परिजनों की समझाइश का प्रयास कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार बाड़मेर के हमीरपुरा निवासी जितेन्द्र पुत्र ताराचंद खटीक को बाड़मेर ग्रामीण पुलिस थाने ने बुधवार शाम चोरी का कबाड़ खरीदने के आरोप में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। उसे रात भर थाने में ही रखा गया। गुरुवार सुबह करीब नौ बजे जितेन्द्र के परिजन उससे मिल कर गए थे। दोपहर में अचानक उसकी तबियत बिगड़ी, थाना पुलिस उसे लेकर अस्पताल पहुंची, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
थानाधिकारी और पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज
घटना को तूल पकड़ता देख राज्य सरकार ने इसकी न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। सरकार ने एसपी शरद चौधरी और डीएसपी विजय सिंह चारण को एपीओ कर थानाधिकारी को निलंबित कर दिया है। साथ ही पूरे ग्रामीण पुलिस थाने को लाइन हाजिर कर दिया है। बाड़मेर ग्रामीण थानाधिकारी और पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हुआ है। देर रात राज्य सरकार ने पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी को एपीओ करने के बाद आज सुबह उप अधीक्षक विजय सिंह चारण को भी एपीओ कर दिया।