सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है. सोमवती अमावस्या लोगों को भाग्यशाली बना सकती हैं. हिंदू धर्म में सोमवती अमावस्या का बड़ा महत्त्व है. इस दिन की पूजा से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और पति को लंबी उम्र जैसे लाभ मिलते हैं. भाद्रपद माह की सोमवती अमावस्या आज है. आज के दिन कौन से कार्य करने से बचना चाहिए.
अमावस्या पर किसी इंसान को श्मशान घाट या कब्रिस्तान में या उसके आस-पास नहीं घूमना चाहिए. यह समय बुरी आत्माओं या नकारात्मक शक्तियों से लड़ने में सक्षम नहीं होता है. ये नकारात्मक शक्तियां मानसिक रूप से कमजोर किसी भी व्यक्ति को तुरंत अपने प्रभाव में ले लेती हैं. प्राय: जब कोई व्यक्ति इन नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव में आता है तो उसका खुद पर काबू नहीं रहता. वह उनके वश में हो जाता हैं.
अमावस्या के दिन घर में पितरों की कृपा पाने के लिए घर में कलह का माहौल नहीं होना चाहिए. साथ ही लड़ाई-झगड़े और वाद-विवाद से बचना चाहिए.
सोमवती अमावस्या के दिन शेव, हेयर और नेल कटिंग ना करें. इस दिन इन कामों को करना वर्जित माना गया है.
अगर सोमवती अमावस्या का व्रत है तो श्रृंगार करने से बचें. सादगी अपनाएं. इस दिन चटाई पर सोना चाहिए और शरीर पर तेल नहीं लगाना चाहिए. दोपहर में सोने से भी बचें .