क्या आपको भारत के चमत्कारिक शिव मंदिर के बारे में पता है? दिन में दो बार गायब हो जाता है यह शिवलिंग
श्री स्तंभेश्वर महादेव मंदिर अद्भुत और रहस्यमयी धार्मिक स्थल है जो कि अरब सागर और खंभात की खाड़ी से घिरा हुआ है। जब समुद्र में बड़े ज्वार आते हैं तो यह मंदिर पूरी तरह से समुद्र में डूब जाता है और जलस्तर जब कम हो जाता है
अधिकतर लोगों को देश में 12 ज्योतिर्लिंग के बारे में पता है लेकिन इसमें से बहुत से कमी ऐसे लोग हैं जिन्होंने भारत में एक ऐसे शिवलिंग के बारे में सुना होगा जो दिन में दो बार गायब हो जाता है.हमारे देश में मंदिरों की कोई कमी नहीं है और यहां कई सारे धार्मिक स्थल भी है.पूरब से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक हर जगह आपको धर्म स्थल देखने को मिल जाएंगे. ऐसे में इस समय सावन का पावन महीना चल रहा है. देशभर में शिव भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है और हर जगह यह बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है लेकिन क्या आप एक ऐसे शिवलिंग के बारे में जानते हैं जो दिन में दो बार गायब हो जाता है. यह सच है और यह किसी चमत्कार से कम नहीं है तो आज हम आपको चलिए इस मंदिर के बारे में विस्तार से बताते हैं
कावी-कंबोई गांव में स्थित
दरअसल, यह मंदिर गुजरात के वडोदरा से 85 किलोमीटर दूर स्थित जंबूसर तहसील के कावी-कंबोई गांव में है। इस शिवलिंग का नाम स्तंभेश्वर है यह मंदिर दिन में दो बार गायब हो जाता है और अपने आप ही अपनी जगह पर वापस आ जाता है. यह शिव मंदिर की ऊंचाई 4 फीट और व्यास 2 फीट का है. यहां देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु आते हैं और अपनी आंखों से इस अजूबे को होते हुए देखते हैं.यहां जाने वाले लोग श्रद्धा और आस्था के साथ भगवान शिव का दर्शन करते हैं.
दो बार शिवलिंग का होता है अभिषेक
श्री स्तंभेश्वर महादेव मंदिर अद्भुत और रहस्यमयी धार्मिक स्थल है जो कि अरब सागर और खंभात की खाड़ी से घिरा हुआ है। जब समुद्र में बड़े ज्वार आते हैं तो यह मंदिर पूरी तरह से समुद्र में डूब जाता है और जलस्तर जब कम हो जाता है तो यह मंदिर फिर से दिखने लगता है ऐसा दिन में दो बार होता है इसलिए यह मंदिर भी दिन में दो बार गायब हो जाता है.
150 साल पहले हुई थी स्थापना
इस मंदिर की स्थापना भगवान कार्तिकेय द्वारा की गई थी कार्तिकेय भगवान शिव को बहुत ज्यादा पूछते थे और वह अपने पाप और अपराधों के लिए उनसे क्षमा भी मांगते थे भगवान विष्णु के कहने पर कार्तिकेय भगवान ने इस शिवलिंग की स्थापना की थी.
सावन में उमड़ती है भीड़
वही सावन के पावन महीने में यहां लाखों भक्तों की भीड़ उमड़ती है क्योंकि लोगों को भगवान शिव की इस शिवलिंग के दर्शन करने होते हैं कहा जाता है कि शिवरात्रि और सावन में इस शिवलिंग के दर्शन करना काफी लाभकारी माना जाता है.
ऐसे पहुंचे मंदिर
वडोदरा रेलवे स्टेशन से स्तंभेश्वर महादेव मंदिर के लिए ट्रेन और बस उपलब्ध हैं। वडोदरा, भरूच और भावनगर जैसे शहरों से सड़क मार्ग से भी स्तंभेश्वर महादेव मंदिर अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, जिससे यात्रा आसान होती है। इसके अलावा, प्राइवेट टैक्सी की सुविधा से भी आप मंदिर पहुंच सकते हैं।