शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में हर-हर जयकारों के साथ आस्था की डुबकी लगाई।
रविवार को शरद पूर्णिमा पर घाटों पर जयकारों के साथ गंगा नदी में डुबकी लगाई।
स्नान क बाद श्रद्धालुओं ने घाट किनारे बने प्राचीन देवी-देवताओं की मंदिरों में पूजा अर्चना कर मन्नतें मांगी। श्रद्धालुओं ने अपने-अपने तीर्थ पुरोहितों को दान देकर आशीर्वाद प्राप्त किया।
पण्डित शिवाकांत मिश्र का कहना है कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा 16 कलाओं से युक्त रहता है। इस दिन चंद्रमा धरती के निकट होकर गुजरता है।
वही यह भी कहा जाता है कि जो विवाहित स्त्रियां इस दिन व्रत रखती हैं उन्हें संतान की प्राप्ति होती है,जो माताएं इस व्रत को करती हैं उनके बच्चे दीर्घायु होते हैं, अगर कुंवारी लड़कियां ये व्रत रखें तो उन्हें मनचाहा पति मिलता है।