हरतालिका तीज व्रत आज क्या करें और क्या नही करें ,जानिए ज्योतिष के अनुसार
हरतालिका तीज व्रत आज है. यह व्रत मुख्यत: महिलाएं रखती हैं. इस व्रत को करने के लिए महीने भर पहले से ही तैयारियां शुरू हो जाती हैं. हो भी क्यों ना, यह व्रत जुड़ा है सुखी दांपत्य जीवन, पति की लंबी आयु और मनचाहे वर प्राप्त करने की मनोकामनाओं से. यह व्रत काफी कठिन होता है क्योंकि इसमें जल, अन्न, फल आदि ग्रहण नहीं करते हैं. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट के अनुसार, इस व्रत में कड़े नियमों का पालन करना होता है क्योंकि माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तप और व्रत कई वर्षों तक किया था
आज के समय में वैसा करना संभव नहीं हैं, इसलिए कठोर नियमों से बंधकर निर्जला व्रत किया जाता है. हरतालिका तीज व्रत में क्या करें 1. व्रत के दिन सूर्योदय से पूर्व जब फल, मिठाई आदि खाना होता है. उस समय में आपको रसीले फल, नारियल पानी आदि का सेवन करना चाहिए ताकि पूरे दिन शरीर में पानी की मात्रा बनी रहे. मिठाई भी इसलिए खाया जाता है ताकि पानी अधिक पी सकें. 2. हरतालिका तीज व्रत की पूजा के लिए सामग्री पहले से ही मंगा लें, ताकि पूजा के समय किसी वस्तु की कमी न हो और उतने से ही आपको असंतुष्टी न हो. 3. व्रत वाले दिन आपको मायके से आई साड़ी और श्रृंगार सामग्री का उपयोग करना चाहिए. ऐसी परंपरा चली आ रही है.
4. यदि आपके पास हरे रंग की साड़ी है तो उसे पहनें या फिर लाल रंग की साड़ी भी पहन सकते हैं. ये दोनों ही रंग सुख और सौभाग्य के प्रतीक हैं. 5. जब शुभ मुहूर्त में माता पार्वती, शिव जी और गणेश जी की पूजा करें तो हरतालिका तीज व्रत की कथा अवश्य सुनें. 6. इस व्रत में हरतालिका तीज के सूर्योदय से अगले दिन सूर्योदय तक निर्जला रहा जाता है क्योंकि अगले दिन सूर्योदय पूर्व तक तृतीया तिथि होती है. उसके बाद पारण करते हैं. हालांकि जिन लोगों से बर्दाश्त नहीं हो पाता है, वे रात्रि में 12 बजे के बाद पानी पी लेते हैं. हरतालिका तीज व्रत में क्या न करें
1. व्रत के दिन वे कार्य न करें, जिससे आपकी ऊर्जा का ह्रास हो. यदि ऐसा होता है तो आप बीमार पड़ सकती हैं. 2. इस दिन अत्यधिक बात करना और गुस्सा करना आपके एनर्जी को कम करेगा. कोशिश करें कि आपका समय भक्ति भजन में व्यतीत हो. 3. व्रत वाले दिन सोने की मनाही होती है. शास्त्रों के अनुसार व्रत में सोना वर्जित है. 4. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो इस दिन पानी पीता है, उसे अगले जन्म में मछली की योनि प्राप्त होती है.
5. यह व्रत सुखी दांपत्य जीवन के लिए रख रही हैं तो इस दिन पति के साथ वाद-विवाद जैसी स्थितियों को न पैदा होने दें. यह बात पति पर भी लागू होती है. 6. बीमार या गर्भवती महिलाओं को इस व्रत को नहीं रखना चाहिए. स्वास्थ्य कारणों से आप इसे करने में असमर्थ हैं तो यह व्रत पति या फिर परिवार के किसी अन्य महिला सदस्य से करा सकती हैं ताकि आपके व्रत का क्रम न टूटे. 7. यदि आप व्रत हैं तो इस दिन अपने मन में किसी के प्रति द्वेष, घृणा जैसी नकारात्मक विचारों को न आने दें. मन, कर्म और वचन से शुद्धता को अपनाएं. तभी व्रत भी सफल होता है.