हिन्दू संस्कृति में भगवान गणेश को सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया गया है. प्रत्येक शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है.
सनातन धर्म में बुधवार का दिन विघ्नहर्ता श्री गणेश को समर्पित है. किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले यदि गणेश पूजन किया जाता है तो वह कार्य निश्चित ही सफल होता है. भगवान गणेश बुद्धि के देवता माने जाते हैं, इनकी पूजा से हर तरह के विघ्न और बाधाएं दूर होती हैं.
भगवान श्री गणेश की पूजा के बिना हिंदू धर्म में कोई भी पूजा पूरी नहीं मानी जाती है. प्रत्येक बुधवार को भगवान गणेश की पूजा करते समय इन आरतियों को जरूर पढ़ें. इससे भगवान श्री गणेश प्रसन्न होते हैं
सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची।
नुर्वी पुर्वी प्रेम कृपा जयाची।
सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची।
कंठी झळके माळ मुक्ताफळांची॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ति।
दर्शनमात्रे मनकामना पूर्ति॥ जय देव…
रत्नखचित फरा तूज गौरीकुमरा।
चंदनाची उटी कुंकुमकेशरा।
हिरे जड़ित मुकुट शोभतो बरा।
रुणझुणती नूपुरे चरणी घागरिया॥ जय देव…
लंबोदर पीतांबर फणीवरवंदना।
सरळ सोंड वक्रतुंडत्रिनयना।
दास रामाचा वाट पाहे सदना।
संकटी पावावें, निर्वाणी रक्षावे,
सुरवर वंदना॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ति।
दर्शनमात्रे मनकामनापूर्ति॥ जय देव…
जय गणेश जय गणेश
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ॥ जय…
एक दंत दयावंत चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे मूसे की सवारी ॥ जय…
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥ जय…
पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा ॥ जय…
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतवारी।
कामना को पूर्ण करो जाऊं बलिहारी॥ जय…