IPL : आखिर क्या है 'मांकडिंग' जिस पर मचा है बवाल, क्या कहता है ICC का नियम, पढ़ें यहां

राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज जोस बटलर IPL के इतिहास में ‘मांकड़िग के शिकार होने वाले पहले बल्लेबाज बने?

Update: 2019-03-26 09:29 GMT

नई दिल्ली : राजस्थान रॉयल्स के सलामी बल्लेबाज जोस बटलर आईपीएल (IPL) के इतिहास में 'मांकड़िग 'के शिकार होने वाले पहले बल्लेबाज बने जब किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान आर अश्विन ने यहां मैच के दौरान विवादित ढंग से उन्हें आउट किया. जोस बटलर उस समय 43 गेंद में 69 रन बनाकर खेल रहे थे जब अश्विन ने उन्हें चेतावनी दिये बिना मांकेडिंग से आउट किया. खेल के नियमों के अनुसार तीसरे अंपायर ने उन्हें आउट दिया लेकिन ऐसे विकेट खेलभावना के विपरीत माने जाते हैं. इसके बाद जोस बटलर (Jos Butler) और अश्विन के बीच तीखी बहस भी हुई.

आखिर क्या होता है मांकड़िग (mankading)

इसमें नॉन-स्ट्राइकर को बोलर द्वारा गेंद फेंकने से पहले रन आउट किया जाता है. इसमें जब गेंदबाज को लगता है कि नॉन-स्ट्राइकर क्रीज से बहुत पहले बाहर निकल रहा है तो वह नॉन-स्ट्राइकर छोर की गिल्लियां उड़ाकर नॉन-स्ट्राइकर को आउट कर सकता है. इसमें गेंद रेकॉर्ड नहीं होती लेकिन विकेट गिर जाता है.

वीनू मांकड से संबंध

मांकड़िग (mankading) के सबसे मशहूर उदाहरण वीनू मांकड द्वारा ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बिल ब्राउन को रन आउट करना है. यह घटना 13 दिसंबर 1947 को हुई थी. माकंड गेंदबाजी कर रहे थे और उन्होंने ब्राउन को क्रीज से बाहर निकलने पर रन आउट कर दिया. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया-XI के खिलाफ उस दौरे पर दूसरी बार ब्राउन को ऐसे आउट किया था.

तब मांकड ने दी थी वॉर्निंग

मांकड उस मैच में ब्राउन को आउट करने से पहले वॉर्निंग दे चुके थे. ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने माकंड के व्यवहार को खेल भावना के खिलाफ बताया था. हालांकि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान डॉन ब्रैडमैन ने माकंड के रवैये का समर्थन किया. तब से बल्लेबाज के इस तरह आउट होने की घटना को अनौपचारिक तौर पर मांकड़िग (mankading) कहा जाता है.

क्या कहता है नियम

नियम 42.14 में शुरुआती तौर पर कहा गया था, 'गेंदबाज को, जब वह गेंद नहीं फेंक चुका हो और अपनी आम डिलीवरी के लिए स्विंग पूरा ना किया हो, नॉन स्ट्राइकर एंड पर रन आउट करने की अनुमति मिलती है.' साल 2017 में नया नियम आया जिसके बाद गेंदबाज को नॉन स्ट्राइकर छोर पर रन आउट करने की अनुमति मिलती है, उस मौके पर कि वह गेंद फेंकने का पूरी तरह अनुमान लगा चुका हो. यदि गेंदबाज तब अपनी कोशिश में नाकाम रहता है तो अंपायर को जल्द से जल्द उसे डेड बॉल घोषित करना चाहिए.

भारत के इतिहास में पहले कब-कब हुई मांकड़िग (mankading)

भारतीयों में कपिल देव ने दक्षिण अफ्रीका के पीटर कर्स्टन को 1992-93 की श्रृंखला के दौरान मांकड़िग (mankading) से आउट किया था. वहीं घरेलू क्रिकेट में स्पिनर मुरली कार्तिक ने बंगाल के संदीपन दास को रणजी ट्राफी मैच में इसी तरह से आउट किया था.

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