BCCI ने रोहित शर्मा का नाम खेल रत्न के लिए भेजा, धवन और इशांत को अर्जुन अवॉर्ड देने की सिफारिश
शिखर धवन और तेज गेंदबाज इशांत शर्मा को अर्जुन अवॉर्ड देने की सिफारिश की है?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने वनडे टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा का नाम खेल रत्न के लिए भेजा है। इसके अलावा शिखर धवन और तेज गेंदबाज इशांत शर्मा को अर्जुन अवॉर्ड देने की सिफारिश की है। बोर्ड ने 2018 में भी धवन का नाम अर्जुन अवॉर्ड के लिए भेजा था। लेकिन उन्हें सम्मान नहीं मिला था।
महिला वर्ग में बोर्ड ने ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा को अर्जुन अवॉर्ड देने की सिफारिश की है। पिछले तीन साल में वनडे और टी-20 फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन करने की वजह से बोर्ड ने खेल मंत्रालय को दीप्ति का नाम भेजा है। भारतीय कप्तान विराट कोहली को 2018 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार दिया गया था। इस साल के अर्जुन अवॉर्ड और खेल रत्न के लिए जनवरी 2016 से दिसंबर 2019 तक के प्रदर्शन पर विचार किया जाएगा।
कोरोना की वजह से ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए
खेल मंत्रालय ने कोरोनावायरस की वजह से इस बार राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के दावेदारों से नामांकन ई-मेल से मंगाए। आमतौर पर नामांकन भेजने की प्रक्रिया अप्रैल में ही शुरू हो जाती है। लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से मई में आवेदन मांगे गए हैं।
मंत्रालय ने इसके लिए सर्कुलर जारी किया है। इसके मुताबिक, कोरोनावायरस महामारी के कारण पूरा देश लॉकडाउन है। ऐसे में नामांकन के दस्तावेज डाक के जरिए भेजने की बजाए दावेदार संबंधित एसोसिएशन के अधिकारियों की सिफारिश से जुड़े दस्तावेज और आवेदन की स्कैन कॉपी ई-मेल के जरिए सीधे खेल मंत्रालय को भेजें।
नामांकन जमा कराने की आखिरी तारीख तीन जून
ऑनलाइन नामांकन जमा कराने की तारीख 3 जून तय की गई है। इसके बाद अगर कोई भी कोच और खिलाड़ी नामांकन भेजता है तो उसके नाम पर विचार नहीं किया जाएगा।
खेल दिवस पर राष्ट्रपति देते हैं पुरस्कार
हर साल 29 अगस्त को हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर राष्ट्रपति भवन में आयोजित सादे समारोह में राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन अवॉर्ड, द्रोणाचार्य अवॉर्ड और ध्यानचंद पुरस्कार दिया जाता है।
कोचिंग में योगदान के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार
खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड खिलाड़ियों को दिए जाते हैं, जबकि द्रोणाचार्य पुरस्कार कोचिंग के क्षेत्र में योगदान के लिए दिया जाता है। इसके अलावा लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए ध्यान चंद पुरस्कार मिलता है।