संभल में फाड़े गए मोदी और योगी के फ्लेक्सी पोस्टर, वकीलों ने जमकर काटा हंगामा
जिला सत्र ओर जनपद न्यायाधीश के चंदौसी में बैठने का नोटिफिकेशन जारी होते ही संभल के वकीलों और समाजिक संगठनों में रोष पनप गया। उन्होंने इसके विरोध में पूरे शहर में जुलूस निकाला..
संभल : जिला सत्र ओर जनपद न्यायाधीश के चंदौसी में बैठने का नोटिफिकेशन जारी होते ही संभल के वकीलों और समाजिक संगठनों में रोष पनप गया। उन्होंने इसके विरोध में पूरे शहर में जुलूस निकाला और हाथों में लाठी, डंडे ओर सरिये लेकर सपा, बसपा ओर भाजपा के खिलाफ जमकर नारे लगाए।
जिला जज के चंदौसी बैठने से खफा वकीलों ने उग्र आंदोलन छेड़ते हुए शहर भर में लगी सपा, बसपा की फ्लेक्सी पोस्टर फाड़कर तो भड़ास निकाली साथ ही मौजूदा केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की मोदी और योगी के पोस्टर लगी फ्लेक्सी पर भी गुस्सा निकालते हुए जमकर नारे लगाए और पास्टरों को आग के हवाले कर दिया शहर के कुछ चौराहों पर तोड़फोड़ भी की। जिसमें एक दुकानदार की दुकान तोड़ दी गयी जिस कारण वो अधिवक्ताओ और प्रशासन से भिड़ गया और मुआवजे की मांग करने लगा।
वकीलों ओर सामाजिक संगठनों के जुलूस के साथ भारी संख्या में पुलिस बल में मौजूद रहा। वकीलों का साफ कहना था कि जब तक उनकी मांगें पूरी नही हो जाती विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। यहां आपको बता दे वर्ष 2011 में तत्कालीन बसपा सरकार में मुख्यमंत्री रही मायावती ने सम्भल, चंदौसी ओर गुन्नौर तहसील को मिलाकर भीमनगर नाम से जिला बनाया था।
इसके बाद पूर्ववर्ती सपा सरकार ने जिले का नाम भीमनगर से बदलकर सम्भल तो रख दिया लेकिन जिला सत्र ओर जिला जज के बैठने का नोटिफिकेशन जारी नही हुआ अब नोटिफिकेशन जारी हो गया और जिला सत्र ओर जिला जज के बैठने की खबर जैसे ही संभल के अधिवक्ताओं को लगी तो उनमे रोष पनप गया जिसके बाद अधिवक्ताओ ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
इस मामले में जिला प्रशासन से बात की गयी कि शहर में अधिवक्ताओ द्वारा विरोध स्वरूप मोदी और योगी के पोस्टर फ्लेक्स फाड़े गए हे तो जिले के उच्च अधिकारियो ने कैमरे के सामने बोलने से साफ़ इंकार कर दिया। जबकि मामला सपा सरकार से ही चल रहा था की जिला सत्र ओर जिला जज के बैठने का नोटिफिकेशन चंदौसी में जारी किया जायेगा। मगर अब सत्ता परिबर्तन के बाद ये प्रक्रिया तेज़ हुई और नोटिफिकेशन संभल की वजह तहसील चंदौसी में जारी हो गया। अब इसे बीजेपी की समाज कल्याण मंत्री की कोशिश समझी जाये या संभलवासियो का दुर्भाग्य समझिये ।
संभल से मौहम्मद गुफरान के साथ अवधेश यादव की रिपोर्ट