तीन वर्षीय मासूम की दुष्कर्म के बाद हत्या, हत्यारे को फांसी की मांग, भारी हंगामे के बाद हुआ अंतिम संस्कार
खागा/फतेहपुर । बीते शुक्रवार को दशहरे के दिन कोतवाली क्षेत्र के सुजरही गाँव मे वहसी दरिंदे द्वारा एक तीन वर्षीय नाबालिग बच्ची की दुष्कर्म व हत्या के मामले में मृतका के पी एम के बाद शव का अंतिम संस्कार कराने में पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों को स्वजनों की काफी मान मनौव्वल करनी पड़ी। तब जाकर स्वजनों ने मृतका का सुजरही गाँव मे ही एक खाली पड़े स्थान में अंतिम संस्कार कर दिया। स्वजन पुलिस से लगातार मुआवजे व हत्यारे को फाँसी दिलाए जाने की मांग पर अड़े रहे।
बता दें कि खास दशहरे के दिन कोतवाली क्षेत्र के सुजरही गाँव मे त्योहार मनाने अपने नाना के घर आई एक लगभग तीन वर्षीय नाबालिग बच्ची को उसके पड़ोसी किरायेदार वहशी दरिन्दे आरोपी दिनेश पासवान निवासी दारानगर कौशाम्बी ने सेव खिलाने के बहाने अपने कमरे में बुलाकर बलात्कार के बाद निर्मम हत्या कर दी थी। जो कि मृतका के शव को बिस्तर के अन्दर लपेटकर कमरे में बाहर से ताला लगा मौके से फरार हो गया था। स्वजनों ने बच्ची की तलाश के दौरान बच्ची के हत्यायुक्त खून से लथपथ शव को हत्यारोपी के कमरे से बरामद कर घटना की सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस ने मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए आरोपित वहशी दरिन्दे दिनेश को ग्रामीणों की मदद से उसके कमरे के पास से गिरफ्तार कर लिया था। मृतका की माँ की दी हुई लिखित तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपित वहशी दिनेश निवासी दारा नगर के खिलाफ नामजद मुकद्दमा दर्ज कर आरोपित को जेल भेजा था। आरोपित के जेल भेजे जाने के बाद भी घटना से गुस्साए मृतका के स्वजनों ने ग्रामीणों के साथ हत्यारे को फाँसी दिलाए जाने व मुआवजे की मांग करते हुए घटना वाले दिन लगभग चार घण्टे रात्रि दस बजे तक कोतवाली परिसर में जमकर हंगामा किया था।
जिन्हें कोतवाली प्रभारी ने हत्यारे को सख्त से सख्त सजा दिलाए जाने के आश्वासन के साथ समझा बुझाकर शांत करवा दिया था। घटना के अगले दिन शनिवार को जैसे ही मृतका का शव पोस्टमार्टम होकर आया स्वजनों समेत ग्रामीणों का गुस्सा फिर से पनप उठा। जो कि मृतका के शव का अंतिम संस्कार करने की बजाय हत्यारोपी को फाँसी दिलाए जाने के साथ साथ मृतका के स्वजनों को मुआवजा दिलाए जाने की मांग करते हुए हंगामा करने लगे। जिन्होंने मांगे पूरी ना होने तक शव के अंतिम संस्कार करने से स्पष्ट इंकार कर दिया। जिस पर घटना स्थल पर मौजूद कोतवाली प्रभारी सन्तोष शर्मा ने आक्रोशित स्वजनों व ग्रामीणों को समझाने बुझाने का काफी प्रयास किया लेकिन उन्होंने कोतवाली प्रभारी की एक नहीं सुनी। जो कि अपनी जिद पर अड़े रहे। जिसकी सूचना कोतवाली प्रभारी सन्तोष शर्मा ने सीओ गया दत्त मिश्रा को दी। सूचना पाकर पहुंचे सीओ गया दफ्त मिश्रा ने हत्यारे को फास्ट ट्रैक कोर्ट की मदद से सख्त से सख्त सजा दिला मृतका को शीघ्रता से न्याय दिलाए जाने व मृतका के स्वजनों को हर सम्भव सरकारी सहायता दिलाए जाने के आश्वासन के साथ समझा बुझाकर शान्त करवा दिया। स्वजनों ने पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की लगभग तीन घण्टे की मान मनौव्वल के बाद गाँव के किनारे स्थित एक जंगल में जाकर मृतका के शव का पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया।