सुहागिनों के लिए करना चौथ व्रत बेहद खास होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि को सुहागिनें पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ व्रत रखती हैं। इस साल करवा चौथ व्रत 24 अक्टूबर 2021, दिन रविवार को रखा जाएगा। ये व्रत चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद पूरा होता है। इस दिन चांद के निकलने का इंतजार महिलाओं को बेसब्री से होता है। यह व्रत काफी कठिन व्रत होता है। करवा चौथ व्रत में जल का सेवन भी नहीं किया जाता है। यह व्रत निर्जला रखा जाता है। कुछ महिलाओं को करवा चौथ का व्रत नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं किन महिलाओं को करवा चौथ का व्रत नहीं करना चाहिए...
गर्भवती महिलाएं न करें व्रत
गर्भवती महिलाओं को करवा चौथ का व्रत नहीं करना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान खान-पान का ध्यान न रखने की वजह से स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। गर्भवास्था के दौरान अगर आप व्रत रख रही हैं तो पहले अपने डॅाक्टर से सलाह जरूर ले लें।
डायबिटीज से पीड़ित महिलाएं न रखें व्रत
डायबिटीज के मरीजों को व्रत रखने से बचना चाहिए। डायबिटीज में व्रत रखने से आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है। डायबिटीज के मरीजों को व्रत रखने से पहले अपने डॅाक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
करवा चौथ व्रत में इन नियमों का पालन जरूर करें-
करवा चौथ का व्रत निर्जला रखा जाता है। इस व्रत में चांद के दर्शनों का विशेष महत्व होता है। रात में चांद के दर्शनों के बाद ही व्रत पूरा माना जाता है। रात्रि में चंद्रमा के दिखने पर ही अर्घ्य प्रदान करें। इसके साथ ही, गणेश जी और चतुर्थी माता को भी अर्घ्य देना चाहिए। करवा चौथ के दिन सुहागिनों को लाल, गुलाबी, पीला, हरा और महरून रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, पहली बार करवा चौथ व्रत रखने वाली स्त्रियों को लाल रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। इतना ही नहीं पहली बार व्रत रखने वाली महिलाएं अगर शादी का जोड़ा पहनती हैं तो, इसे और उत्तम माना जाता है।