विदेश में बैठकर कैसे किया गोरखपुर में मर्डर? एसपी साउथ अरुण कुमार सिंह ने सुनाई होश उड़ाने वाली कहानी
कातिल कितना भी शातिर हो सबूत जरूर छोड़ता है। यह कोई फिल्मी नहीं गोरखपुर की सच्ची कहानी है।
एक वर्ष पहले हुई इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी। रिश्तेदार बताकर मिलने के बहाने आए बाइक सवार बदमाशों ने महिला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। दहशत फैलाने के बाद आरोपित मौके से फरार हो गए थे। आरोपितों में दो मऊ व तीन देवरिया जिले के रहने वाले हैं।
बड़हलगंज क्षेत्र के सिधुआपार में 22 नवंबर 2021 को बदमाशों ने थाई महिला पुष्पा यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने दक्षिण कोरिया में रहने वाले पुष्पा के भतीजे गोपाल यादव को साजिशकर्ता बताया। गोपाल के ही कहने में शूटरों ने पुष्पा की गोली मारकर हत्या की थी।
बड़हलगंज पुलिस ने हत्यारोपित मऊ जिले के मधुबन क्षेत्र के पालपुरा दुबरी निवासी मिथिलेश उर्फ लालू यादव, मोलनापुर निवासी गोविन्द यादव, देवरिया जिले के मदनपुर क्षेत्र के हरदेउरा गांव निवासी श्रीकांत यादव, विश्वनाथ यादव, तेजू उर्फ तेजनारायण व बड़हलगंज क्षेत्र के मरवटिया गांव निवासी उमेश यादव उर्फ अजीत यादव के विरुद्ध बुधवार को गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज किया।
आज इस घटना के खुलासे में अहम भूमिका निभाने वाले अधिकारी अपर पुलिस अधीक्षक साउथ गोरखपुर अरुण कुमार सिंह ने इस पूरी कहानी को इस प्रकार बताया, इस पूरी स्टोरी को सुनें और शेयर जरूर करें ताकि किसी एक व्यक्ति का परिवार उजड़ने से बच जाए। क्योंकि बातचीत से सब कुछ संभव है।