Aligarh News:मूछों की शान में बाप बेटी की तड़फ तड़फ कर चली गई जान, रोते बिलखते बच्चे देख रो पड़े पुलिस कर्मी भी
उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ जनपद के गांव मूसेपुर में मूछों की शान की खातिर रविवार सुबह-सुबह दोहरा हत्याकांड हो गया। हालांकि दोनों परिवारों के बीच अदावत नई नहीं है। एक ही खानदान के बीच पली तीन दशक पुरानी इस अदावत में 20 दिन पहले एक मेंड़ के विवाद ने आग में घी का काम किया। हालांकि उस मेंड़ के विवाद को लेकर रिश्तेदारों ने सुलह करा दी, मगर मन में खुन्नस पल गई। पूर्व प्रधान पक्ष मौके की ताड़ में था। चोरी में नामजदगी ने पूर्व प्रधान देवेंद्र सिंह के गुस्से को भड़का दिया। सुबह खेत पर मुंहवाद से विवाद शुरू हुआ। बस मौका मिलते ही पूर्व प्रधान देवेंद्र सिंह के पक्ष ने अपनी मूछ ऊंची रखने की खातिर कांड को अंजाम दे डाला।
परिजनों की जुबानी ये है रंजिश की कहानी
टिंकू की पत्नी कुसुमा बिलखते हुए बताती हैं कि पूर्व प्रधान व टिंकू एक ही खानदान से हैं। परिवार के बुजुर्गों के अनुसार करीब 30 बरस पहले भी इन दोनों परिवारों में बंटवारे से जुड़े विवाद में झगड़े में गोली चली थी। उस समय भी पूर्व प्रधान पक्ष ने ही हमला किया था। बाद में बात रफा हो गई। सब कुछ सामान्य चल रहा था। अब 20 दिन पहले हमारे खेतों के बगल में पूर्व प्रधान ने खेत खरीदा है। जिसकी मेंड़बंदी को लेकर विवाद हुआ। हालांकि रिश्तेदारों ने बैठकर मेंड़बंदी कराई और विवाद निपट गया। मगर अंदरखाने मन नहीं मिल रहे थे।
पूर्व प्रधान को नहीं बुलाया दावत में, उसी रात चोरी
कुसुम के अनुसार उसकी देवरानी यानि रिंकू की पत्नी एकता चार बेटियों के बाद अब जुड़वा बच्चे पैदा हुए। जिनमें एक बेटा व एक बेटी है। चूंकि बेटा पहली बार हुआ तो उसके नामकरण संस्कार के दिन आठ जुलाई को घर में दावत की गई। रिश्तेदार व गांव परिवार के लोग बुलाए गए। इस दावत में हमारी ओर से पूर्व प्रधान देवेंद्र, ललित व राजू को न्यौता नहीं दिया गया। शाम के समय घर पर ही दावत चल रही थी। ये लोग उस समय भी घर के बाहर चक्कर लगाकर गए। उसी रात हमारी कपड़े की दुकान में चोरी हो गई। हमें पूरा यकीन है कि हम लोग दावत में व्यस्तता के बाद थककर सो गए और इन्हीं लोगों ने ये चोरी कराई।
मुंहवाद से ऐसे हुई इस हमले की शुरुआत
टिंकू ने बताया कि सुबह खेत पर उसे भूपेंद्र मिला। उसने बस इतना कहा कि तुम देवेंद्र सहित तीनों को क्यों छुड़ा लाए। इसी बात पर वह दरांती लेकर हमलावर हुआ और उसने अपने अन्य साथी बुला लिए।
बेटे को बचाकर ला रहे बुजुर्ग पिता की गई जान
टिंकू के फोन पर घर से उसके बुजुर्ग पिता दूसरे बेटे रिंकू संग टिंकू को बचाकर लाने के मकसद से गए। वापसी में जैसे ही ये घर की गली के बाहर होली चौक पर पहुंचे और गोली का शिकार हो गए।
25 मिनट तक फायरिंग, एक दरवाजे पर 20 से ज्यादा निशान
पूर्व प्रधान पक्ष ने अपनी गली के मुहाने से तमंचे-बंदूक आदि से करीब 25 मिनट तक फायरिंग की। जो भी टिंकू की गली से बाहर आता, उसे निशाना बनाया जाता। इससे होली चौक पर हुकुम सिंह के दरवाजे पर 20 से ज्यादा गोली के निशान मिले हैं।
छिपते और दौड़ते लोगों पर घर में घुसकर फायरिंग
भगदड़ में लोगों के घरों में छिपने पर हमलावरों ने टिंकू के घर में घुसकर गोली मारी और टिंकू के घर के सामने रहने वाले राजू के घर की छत से भी फायरिंग की।
गोली लगने से भूरी सिंह होली चौक पर ही गिर गए। इस पर उन्हें बचाने बेटी राधा आई तो वह भी गोली लगने से वहीं गिर गई। दोनों तड़पते रहे। सूचना के आधा घंटे के बाद पुलिस आई, तब तक दोनों की जान चली गई।
बचाव में पथराव पर पूर्व प्रधान ने किया खुलकर एलान
टकराव शुरू होने पर टिंकू पक्ष की ओर से महिलाओं-बच्चों ने पथराव किया तो पूर्व प्रधान ने एलान करते हुए कहा कि आज तुम सबको देख लेते हैं। इसके बाद गली और घर में घुसकर फायरिंग की। टिंकू व रिंकू को घर के अंदर ही गोली लगी।