यूपी में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष की 5 करोड़ 77 लाख की अवैध संपत्ति जप्त
अलीगढ़: पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तेजवीर सिंह गुड्डू की करीब 5 करोड़ 77 लाख की संपत्ति को जिला प्रशासन ने जब्त कर लिया है. तेजवीर सिंह को माफिया बताते हुए प्रशासन ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए 5 करोड़ 77 लाख की संपत्ति पर जब्तीकरण की कार्रवाई की है.
तेजवीर सिंह गुड्डू पर अवैध कब्जे व फर्जी बैनामा कराने के मामले में कई मुकदमे दर्ज हैं. जिला प्रशासन का आरोप है कि तेजवीर सिंह गुड्डू द्वारा अवैध रूप से 5 करोड़ 77 लाख रुपये की संपत्ति अर्जित की गई है. यह संपत्ति थाना महुआ खेड़ा के सुखरावली इलाके में है.
सुखरावली इलाके में गाटा संख्या 30, 31, 32, 34, 227 के साथ ही 11,135, 2998, 89, 33, 10,29, 136 की संपत्ति को जब्त किया गया है. पुलिस ने इलाके में डुगडुगी बजवाकर संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई की है.
साल 1995 में मुलायम सिंह यादव के दौरान तेजवीर सिंह गुड्डू जिला पंचायत अध्यक्ष थे. इनकी दबंगई के किस्से अलीगढ़ में आम हैं. वहीं जिस पार्टी में भी रहे उसमें विवादों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा. समाजवादी पार्टी से अनबन के बाद वे शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से अपने पुत्र दीपक चौधरी को लोकसभा चुनाव लड़ाया. भाजपा में भी गये. फिर राष्ट्रीय लोक दल में भी शामिल हुए. वहीं इस बार बहुजन समाज पार्टी का भी दामन थामा. और अपनी बहू को विधान सभा का चुनाव लड़वाया था.
अलीगढ़ में कभी तेजवीर सिंह गुड्डू की तूती बोलती थी, लेकिन अब मुकदमों ने तेजवीर को सलाखों के पीछे ढकेल दिया है. तेजवीर सिंह गुड्डू के खिलाफ थाना सिविल लाइन में गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जेल भेजा गया था. जिसमें उन्हें जमानत मिली है. वहीं, जमीन की धोखाधड़ी में भी मुकदमा दर्ज है. तेजवीर सिंह गुड्डू पर पूर्व विधायक मलखान सिंह की हत्या का भी आरोप था.
इसी हत्याकांड में उनके साले प्रदीप सिंह आरोपी थे. वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष रहते हुए तेजवीर सिंह गुड्डू पर मैगसेसे पुरस्कार विजेता राजेंद्र सिंह को थप्पड़ मारने का भी आरोप लगा था. इस मामले में तेजवीर सिंह गुड्डू जेल भी गए थे. गौरतलब है कि गुड्डू लंबे समय तक राजस्थान की जेल में भी रह चुके हैं. वहीं, हाल ही में एडीएम सिटी कोर्ट ने तेजवीर सिंह गुड्डू को जिला बदर भी किया था.