ट्रंप और इजराईली पीएम नेतंयाहू का बैनर फूंका, NPR और JNU मामले पर डॉ यासूब अब्बास का बयान..

डॉ यासूब अब्बास ने कहा कि अमेरिका ने शहीद कासिम सुलेमानी के ऊपर ये बुजदिलाना हमला किया है। अमेरिका में अगर हिम्मत होती तो वो सामने से सीने पर वार करता, छिपकर नहीं।

Update: 2020-01-15 10:57 GMT

अमेठी : जनपद के मुसाफिरखाना अंतर्गत भनौली गाँव में ईरान के जर्नल कासिम सुलेमानी की शहादत को याद करते हुए मंगलवार को एक दिवसीय मजलिस का आयोजन किया गया। जिसमें अमेरिका और ट्रम्प के खिलाफ लोगों का गुस्सा देखने को मिला। शिया धर्मगुरु और आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता मौलाना डॉ यासूब अब्बास की अगुवाई में लोगों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजराईली पीएम बेंजामिन नेतंयाहू का बैनर फूंका। इतना ही नहीं, लोगों ने ट्रंप और नेतंयाहू के बैनर को कुचलकर इमामबाड़े में प्रवेश किया और अमेरिका मुर्दाबाद के नारे लगाए। बता दें कि ईरानी कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की निर्मम हत्या के विरोध में ये विरोध प्रदर्शन किया गया।



 डॉ यासूब अब्बास ने कहा कि अमेरिका ने शहीद कासिम सुलेमानी के ऊपर ये बुजदिलाना हमला किया है। अमेरिका में अगर हिम्मत होती तो वो सामने से सीने पर वार करता, छिपकर नहीं। अमेरिका खुद को सुपर पावर कहता है लेकिन असल में वो सुपर कायर है।



 मीडिया से बात करते हुए मौलाना डॉ यासूब अब्बास ने कहा कि अमेरिका ने शहीद कासिम सुलेमानी के ऊपर ये बुजदिलाना हमला किया है। अमेरिका में अगर हिम्मत होती तो वो सामने से सीने पर वार करता, छिपकर नहीं। अमेरिका खुद को सुपर पावर कहता है लेकिन असल में वो सुपर कायर है। इतना ही नहीं, उन्होंने देश में दिल्ली के जामिया में विद्यार्थियों पर पुलिस की बर्बरता का भी विरोध किया। एनआरसी पर बोलते हुए उन्होंने कहा, सरकार मुसलमानों को मीठा ज़हर पुड़िया में रखकर दे रही है।


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