बागपत में महिला कांस्टेबल का मौलाना ने किया 14 महीने रेप, अब होगा मौलाना का डीएनए टेस्ट
बागपत. उत्तर प्रदेश के बागपत में महिला हेड कॉन्स्टेबल से रेप के आरोपी मौलाना जुबैर (Maulana Zubair) का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा. इसकी जानकारी सिटी सीओ ओमपाल सिंह ने दी है. सीओ ने बताया कि मुस्लिम धर्म गुरुओं ने आरोपी मौलाना को निर्दोष बताया था. इसके बाद पुलिस ने उसका डीएनए (DNA) कराने का निर्णय लिया है.
शहर कोतवाली पुलिस मौलाना को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, लेकिन मुस्लिम धर्मगुरु अब भी मौलाना को बेगुनाह मान रहे हैं. मौलाना जुबैर को बेगुनाह बताने वाले कुछ धर्मगुरु एसपी बागपत से मिले और सही पड़ताल कराने की बात कही. यही वजह है कि सच और झूठ का पता लगाने के लिए अब बागपत पुलिस ने मौलाना जुबैर के डीएनए जांच कराने का निर्णय लिया है.
4 अक्टूबर को मामला सामने आया था
बता दें कि 4 अक्टूबर को बागपत में एक महिला कॉन्स्टेबल के साथ रेप का मामला सामने आया था. महिला कॉन्स्टेबल का आरोप था कि उसके साथ मौलाना ने रेप किया है. पीड़िता का यह भी आरोप था कि मौलाना ने इलाज के नाम पर उसके साथ 14 महीने तक रेप किया. उसने बागपत थाने में अपने साथ रेप की शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी मौलाना को गिरफ्तार कर लिया था.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, महिला के मुताबिक कुछ दिन पहले ही सड़क दुर्घटना में उसके बेटे को गंभीर चोट आई थी. लेकिन इलाज के बाद भी वो ठीक नहीं हो पा रहा था. इसके बाद उसे किसी ने इलाज के लिए मौलाना के पास जाने की सलाह दी. महिला मोमिन मस्जिद के मौलाना के पास गई भी. मौलाना ने उसे घर में भूत की बात कहकर अंधविश्वास पर भरोसा दिला दिया और इलाज के नाम पर उसका यौन शोषण करता रहा.
महिला का कहना है कि इतना सब करने के बाद भी उसके बेटे की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ. जिसके बाद उसे मौलाना पर शक हुआ. महिला पुलिस कॉन्स्टेबल ने थाने में शिकायत दर्ज कराई तो पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए आरोपी मौलाना को गिरफ्तार कर लिया.