कबीर हत्याकांड: कबीर हत्याकांड की जांच करने लखनऊ से बस्ती पहुंचे एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय

Update: 2019-10-10 06:29 GMT


बस्ती। कबीर हत्याकांड और उसके बाद शहर में बिगड़ी कानून व्यवस्था की जांच करने बुधवार की रात करीब एक बजे लखनऊ से एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय बस्ती पहुंच गए। उनके साथ डीजीपी ऑफिस में तैनात एसपी क्राइम एस आनन्द भी आए हैं।

गुरुवार की सुबह नौ बजे से ही एडीजी से मिलने आईजी रेंज आशुतोष कुमार और एसपी पंकज कुमार पहुंचे। दोनों ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। कुछ देर बाद सर्किट हाउस पर कमिश्नर अनिल सागर और डीएम माला श्रीवास्तव भी पहुंची। करीब एक घंटे तक बातचीत के बाद एडीजी आशुतोष पांडेय पुलिस चौकी रोडवेज और रोडवेज परिसर, अस्पताल चौराहा के साथ ही रंजीत चौराहा स्थित घटनास्थल का मुआयना किया जहां बुधवार की सुबह कबीर को गोली मारी गई थी। इस दौरान कमिश्नर और आईजी भी मौजूद रहे।

वहीं दूसरी तरफ चर्चा है कि एडीजी द्वारा जांच रिपोर्ट भेजे जाने के बाद किसी भी समय मौजूदा एसपी पंकज कुमार और डीएम माला श्रीवास्तव को हटाया जा सकता है। उनके साथ लखनऊ से आए एसपी ए आनन्द के नवागत एसपी बस्ती बनने की चर्चा जोरों पर है।

क्या था मामला 

बस्ती में बीजेपी नेता और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष आदित्य नारायण तिवारी उर्फ कबीर की बुधवार को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद उनके समर्थकों ने शहर में जमकर बवाल काटा। उपद्रवियों ने रोडवेज की कई बसों में तोड़फोड़ की, पुलिस के वाहनों को आग के हवाले कर दिया। साथ ही कई जगहों पर आगजनी की खबरें भी आईं हैं। वहीं, मामले में लापरवाही बरतने के चलते बस्ती के एसपी (SP) ने दो एसओ (SO) को लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही 4 पुलिस अधिकारियों की पोस्टिंग में भी फेरबदल की गई है।

बुधवार (9 अक्टूबर) को एपीएन पीजी कॉलेज के छात्र नेता कबीर तिवारी को दिनदहाड़े बदमाशों ने मालवीय रोड पर गोली मार दी। जिसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जैसे ही कबीर की मौत की खबर शहर में फैली तो उनके समर्थक हिंसक हो गए। पहले तो अस्पताल के बाहर जमकर नारेबाजी की और फिर दर्जनभर से ज्यादा रोडवेज की बसों और पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ कर उनको क्षतिग्रस्त कर दिया। इस दौरान प्रदर्शकारियों ने पुलिस चौकी में रखे फर्नीचर में भी आग लगा दी। काफी समय तक इलाके में अफरातफरी का माहौल रहा।

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