विधायक विजय मिश्र एमपी के मालवा से गिरफ्तार, यूपी लाने पर गाडी पलटेगी या बचेगी बना सवाल!

पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने गिरफ्तारी की पुष्टि कर दी है.

Update: 2020-08-14 06:41 GMT

भदोही: ज्ञानपुर के विधायक विजय मिश्र को अब यूपी पुलिस ने मध्यप्रदेश के मालवा जिले से गिरफ्तार कर लिया है. पिछले कई दिनों से विधायक विजय मिश्र अपनी गिरफ्तारी को लेकर सोशल मिडिया में गुहार लगा रहे थे. अब सवाल यह है कि मध्यप्रदेश से लेकर चली पुलिस की गाडी कहीं यूपी के चित्रकूट और प्रयागराज के बीहड़ में पलट न जाय. 

मध्य प्रदेश के आगर जिले के मालवा से भदोही पुलिस की सूचना पर एमपी पुलिस ने ज्ञानपुर विधानसभा से निर्वाचित विधायक विजय मिश्र को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने गिरफ्तारी की पुष्टि कर दी है. भदोही पुलिस की टीम मालवा रवाना हो गई है, जो उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया जाएगा. हाल में ही विजय मिश्र ने एक वीडियो जारी करके एनकाउंटर होने की आशंका जताई थी.

विजय मिश्र, उनकी पत्नी और बेटे पर उनके एक रिश्तेदार ने मुकद्दमा दर्ज कराया था. जिसमें पुलिस उनको तलाश रही थी.  भदोही पुलिस की टीम एमपी विधायक को लेने जायेगी.निषाद पार्टी की टिकट पर विधायक विजय मिश्र चुनाव जीते थे.

बता दें एक साल पहले हुए राज्यसभा चुनाव में विधायक विजय मिश्र ने सीएम योगी आदित्यनाथ के कहने पर बीजेपी को वोट भी दिया उसके बाद हालात इस कद्र बिगड़े कि विधायक के खिलाफ पुलिसिया कार्यवाही का तांडव शुरू हुआ. विधायक लगातार सोशल मिडिया से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाते रहे लेकिन पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी जबकि सरकार ने भी कोई मदद नहीं की. 

क्या हुआ मामला 

दरअसल, विधायक विजय मिश्र, उनकी पत्नी और एमएलसी रामलली मिश्र और उनके कारोबारी पुत्र विष्णु मिश्र पर कृष्णमोहन तिवारी ने मुकदमा दर्ज कराया था. इन तीनों पर मारपीट करने और संपत्ति हड़पने का आरोप है. 8 अगस्त को पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था और हाल ही में विधायक विजय मिश्र पर गुंडा एक्ट लगा था.

UP के बाहुबली MLA का वीडियो-'ब्राह्मण हूं, कभी भी हो सकता है एनकाउंटर'

मुकदमा दर्ज होने के बाद विधायक विजय मिश्र गायब हो गए थे. इस बीच विजय मिश्र ने एक वीडियो जारी कर कहा कि ब्राह्मण होने के नाते उन्हें परेशान किया जा रहा है और पुलिस कभी भी उनका एनकाउंटर कर सकती है. उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी रामलली और बेटे विष्णु को फर्जी मामले में फंसाया जा रहा है.

विजय मिश्र ने आरोप लगाया कि ब्राह्मण होने के नाते उन्हें परेशान किया जा रहा है, क्योंकि वो ब्राह्मण होकर चार बार से विधायक हैं. उनके साथ ये सब इसलिए हो रहा है ताकि बनारस या चंदौली का कोई माफिया यहां आकर चुनाव लड़ सके. वो बलिया के किसी बेटे को चुनाव लड़ने की बात भी कर रहे हैं. इसीलिए उनकी हत्या कराई जा सकती है.

विधायक विजय मिश्र ने कहा था कि आरोप लगाने वाले रिश्तेदार का मकान अलग और उनका मकान अलग है, कागजात में भी यही लिखा है. विजय मिश्र ने प्रशासन पर भी उनके खिलाफ षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया. विधायक ने कहा कि सारे विरोधी नेता और पुलिस विभाग मिला हुआ है.

अब सवाल यह भी है कि यूपी में ब्राह्मणों की नाराजगी अब और बढ़ सकती है. जिस तरह से लगातार ब्राह्मण नेताओं पर हो रहे हमले से समाज में नाराजगी जाहिर है. वहीं बीजेपी ने अपने में भी मौजदू ब्राह्मण नेताओं को अनदेखा कर रखा है. 

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