उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में वाराणसी-प्रयागराज रेलवे मार्ग पर रेलवे अधिकारियों की लापरवाही से नवनिर्मित रेलवे ट्रैक पर बड़ा हादसा होते-होते बचा। दरअसल, बृहस्पतिवार को ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन के समीप स्थित गोपुर गांव के पास कुएं के ऊपर से बनाई गई रेलवे ट्रैक धंस गई।
इस दौरान जानकारी नहीं होने की वजह से एक मालगाड़ी व एक पैसेंजर ट्रेन इस ट्रैक से गुजर भी गई। नवनिर्मित ट्रैक की हालत पर सुबह ग्रामीणों की नजर पड़ी तो हड़कंप मच गया। लेकिन जब अधिकारियों को रेलवे ट्रैक के नीचे कुंए के धंसने की सूचना मिली तो उसी समय वाराणसी से आ रही चौरीचौरा को क्रासिंग पर ही रोक लिया गया। करीब आठ घंटे की मशक्कत के बाद कुएं को फिर से पाटा गया और ट्रैक को दुरुस्त किया जा सका। मरम्मत कार्य पूरा होने पर सबसे पहले विभूति एक्सप्रेस यहां से गुजरी।
बतादें कि गोपीगंज के गोपपुर गांव में फाटक संख्या LC 37 AC के पास का यह मामला है। दरअसल, कुछ महीने पहले यहां पर रेलवे लाइन के दोहरीकरण का काम किया गया था। नए निर्माण के बाद इस रेलवे ट्रैक से ट्रेनों का संचालन हो रहा था। रेलवे पटरी के नीचे 10 फीट गहरे गड्ढे को देखकर गोपपुर गांव के रामधनी ने रेलवे फाटक पर तैनात कर्मचारी को सूचना दी। इसके बाद इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। इसके बाद ट्रैक से ट्रेनों का संचालन तत्काल रोक दिया गया।
रेलवे के अधिकारी और स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां पर एक गहरा कुआं था जिस को सही तरीके से बंद नहीं किया गया। देर रात हुई बारिश की वजह से रेलवे ट्रैक के नीचे की गिट्टी और मिट्टी खोखले कुएं में धंस गई। इससे 10 फीट गहरा गड्ढा रेलवे ट्रैक के नीचे हो गया।