बिजनौर कोर्ट शूटआउट कांड में 18 पुलिस कर्मी सस्पेंड, गोली मारने के बाद आरोपी ने कहा- इंतकाम पूरा हुआ
बिजनौर जिले की सीजेएम कोर्ट में हुए सनसनीखेज शूटआउट के मामले में पुलिस पर गाज गिरी है
बिजनौर : उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की सीजेएम कोर्ट में हुए सनसनीखेज शूटआउट के मामले में पुलिस पर गाज गिरी है। एसपी बिजनौर ने इस मामले में कचहरी पुलिस चौकी के इंचार्ज समेत 18 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। कचहरी चौकी पर 14 पुलिसकर्मी तैनात थे। इसी के साथ चार अन्य पुलिसकर्मी भी सस्पेंड किए गए हैं, जो ड्यूटी के दौरान आसपास ही मौजूद थे। इस बीच यह बात भी सामने आई है कि यूपी को हिला देने वाली इस वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी साहिल ने पुलिस से कहा कि उसके पिता का इंतकाम पूरा हो गया है।
एसपी का मानना है कि इन पुलिसवालों ने सुरक्षा में कोताही की। कचहरी जाने वालों की चेकिंग नहीं की गई। एसपी के मुताबिक सीजेएम कोर्ट में शाहनवाज की पेशी का चर्चित मामला होने के बावजूद पुलिस की सतर्कता कम दिखी। इसलिए कचहरी पुलिस चौकी को सस्पेंड कर दिया गया है। निलंबित पुलिस वालों में महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
पुलिस से कहा- इंतकाम पूरा हुआ
चश्मदीदों के मुताबिक पकड़े जाने के बाद साहिल ने पुलिस को बताया कि उसका इंतकाम पूरा हुआ। गोलियां बरसाने के बाद साहिल और उसके साथियों ने मौके पर मौजूद लोगों से कहा कि वे डरें या भागें नहीं। हमारी किसी से कोई रंजिश नहीं है। बताते हैं कि साहिल ने वारदात से पहले भी रेकी की थी।
जब्बार का अब तक सुराग नहीं
इस बीच बिजनौर कोर्ट में फायरिंग के दौरान मारे गए शाहनवाज के दूसरे साथी जब्बार का अभी तक कुछ सुराग नहीं लग पाया है। हमले के दौरान वह कोर्ट से फरार हो गया था। पुलिस की कई टीम उसकी तलाश में बुधवार को भी जुटी हैं। उसके करीबियों, रिश्तेदारों और साथियों पर नजर रखी जा रही है।
कोर्ट में हमला कर शाहनवाज को मौत के घाट उतारने के आरोप में गिरफ्तार किए गए बीएसपी नेता एहसान के बेटे साहिल की कोर्ट में पेशी होनी है। पुलिस उसे रिमांड में लेने की कोशिश करेगी ताकि हत्या की साजिश का खुलासा हो सके। साथ ही यह पता लगाया जा सके कि उनके पास हथियार कोर्ट में कैसे पहुंचे।
कोर्ट के बाहर भी मौजूद थे साहिल के साथी
दरअसल चर्चा है कि एक महिला ने साहिल और उसके दोनों साथियों को कोर्ट के बाहर हथियार मुहैया कराए। पुलिस को सूचना मिली है कि कोर्ट के बाहर भी साहिल के कई साथी हथियारों के साथ मौजूद थे ताकि कोर्ट से हमले में बचने पर भागने की स्थिति में शाहनवाज और जब्बार को बाहर मारा जा सके। इसके बाद भी जब्बार भाग निकला।
बता दें कि इसी साल 28 मई को बिजनौर के नजीबाबाद कस्बे में बहुजन समाज पार्टी के नेता हाजी एहसान और उनके भांजे शादाब की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी. वारदात को अंजाम देकर बदमाश मौके से फरार हो गए थे. वारदात के वक्त हाजी हसन अपने ऑफिस में एक धार्मिक ग्रंथ पढ़ रहे थे. तभी दो बदमाश मिठाई का डिब्बा लेकर उनके ऑफिस में घुसे और उन पर अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं.
घटना के बाद दोनों को फौरन अस्पताल ले जाया गया था. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था. हाजी एहसान बसपा के नजीबाबाद विधानसभा के प्रभारी थे. नजीबाबाद में उनका प्रॉपर्टी का काम भी था. वहीं पर उनका ऑफिस भी था. डबल मर्डर की इस वारदात से शहर में हड़कंप मच गया था.