फैसल खान बिजनौर
बिजनौर पूरा देश इस समय कोरोना से जंग लड़ रहा है और इस जंग में स्वास्थ्य विभाग की भूमिका सबसे महत्त्वपूर्ण है, लेकिन बिजनौर का स्वस्थ्य विभाग अभी भी अपनी खाना पूर्ति की आदत से बाज़ नही आ रहा है, हालांकि अभी ग़नीमत यह है कि बिजनौर में एक भी कोरोना पॉज़िटिव केस सामने नही आया है लेकिन जो लापरवाही बिजनौर का स्वास्थ्य विभाग दिखा रहा है उसे देखते हुए हम यह नही कह सकते कि ना जाने कब कोई बाहर ज़िले से कोरोना संक्रमित व्यक्ति ज़िले में प्रवेश कर जाये और ज़िले में भी यह महामारी अपने पैर पसार ले।
वैसे तो ग्रह मंत्रालय की सख्ती के बाद पुलिस ने ज़िले की सभी सीमाओ को पूरी तरह सील कर दिया है, लेकिन एमरजेंसी सेवाओं में लगे और अनुमति लेकर यात्रा कर रहे सैकड़ो लोग अभी भी ज़िले की सीमा पार कर ज़िले में आते है, ऐसे में अगर चेकपोस्ट पर ही उनके स्वास्थ्य की जांच हो जाये और उन्हें वहीं सेनेटाइज़ करके ज़िले में प्रवेश करनें दिया जाये तो बाहर से संक्रमण आने का खतरा ना के बराबर रह जायेगा, लेकिन बिजनौर का स्वास्थ्य विभाग इस और से बिल्कुल आंखे मूंदे बैठा है।
हमने जब इस बारे में ज़िले के मुख्यचिकित्साधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि उनके पास ज़िले की सीमाओ की चेकपोस्ट पर स्वास्थ्य कर्मी तैनात करने का कोई प्रावधान नही है, पुलिस द्वारा बुलाये जाने पर स्वस्थ्य टीम भेजी जाती है, अब आप ही बताईये, अगर ज़िले के स्वास्थ्य की रक्षा का ज़िम्मा जिस अधिकारी पर हो और वो अधिकारी इतने महत्त्वपूर्ण बिन्दु पर भी कार्यवाही करने से इनकार करे तो यह जनता की जान के साथ खिलवाड़ ही कहा जायेगा, बिजनौर के आसपास के लगभग सभी जिलों में कोरोना अपनी दस्तक दे चुका है, मुख्यरूप से मेरठ ज़िला,जहां अब तक दर्जन भर से ज़्यादा कोरोना के केस सामने आ चुके है।