भारतीय किसान यूनियन स्वराज के कार्यकर्ताओं ने जाम लगाकर किया धरना प्रदर्शन ,पुलिस ने कार्यकर्ताओं को खदेड़ा जिलाध्यक्ष की शिकायत के बाद दरोगा समेत सिपाही सस्पेंड
बदायूं में कादरचौक थाने के सामने बुधवार देर रात भारतीय किसान यूनियन स्वराज के कार्यकर्ताओं ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया। जिस पर पुलिस पहुंची और तीखी झड़प के बाद कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया। इसके बाद में संगठन की भारी भीड़ ने थाने का घेराव किया। कई थानों का फोर्स मौके पर जा पहुंचा। पुलिस ने जिलाध्यक्ष अवनीश यादव की तहरीर पर एक दरोगा समेत दो सिपाहियों व 20 अज्ञातपुलिस कर्मियों के खिलाफ लूट व मारपीट आदि धाराओं में केस दर्ज की गई है।
इधर, पुलिस की ओर से भी भीड़ पर मुकदमे की तैयारी चल रही है। भाकियू स्वराज के तमाम पदाधिकारी रात तकरीबन 10 बजे कासगंज जिले की सीमा से सटे कस्बा कादरचौक पहुंचे और वहां हूटर लगी बाइकें सड़क पर खड़ी करके जाम लगा दिया। पुलिस वहां पहुंची और जाम की वजह पूछी तो पदाधिकारियों का कहना था कि प्रदेशस्तर से आंदोलन का निर्देश मिला है,
इसीलिए यहां जुटे हैं। हालांकि इन लोगों के पास कोई ज्ञापन आदि नहीं था। कुछ देर में ही वहां पुलिस से तीखी झड़प शुरू हो गई। नतीजतन पुलिस ने भीड़ को खदेड़ दिया। कुछ देर बाद बदायूं समेत कासगंज जिले के सीमावर्ती गांवों में रहने वाले कार्यकर्ताओं की भीड़ पुन: थाने पर जा पहुंची। मामले को संभालने के लिए एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव समेत आसपास के थानों का फोर्स भी वहां जा पहुंचे।
अधिकारियों ने बमुश्किल लोगों को समझाया लेकिन भीड़ पुलिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने पर अड़ी थी। नतीजतन देर रात संगठन के अवनीश कुमार व अरविंद कुमार की ओर से थाने में तैनात दरोगा विक्रम सिंह, कांस्टेबल जितेंद्र, सिपाही त्यागी व एक अन्य सिपाही के खिलाफ मोबाइल व नकदी लूटने समेत मारपीट का मुकदमा लिखा गया है।
मुकदमे में 20 अज्ञात सिपाही भी दिखाए गए हैं। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललित कुमार मिश्र ने बताया कि प्रदेशाध्यक्ष का पिछले दिनों कासगंज के एसपी से किसी बात को लेकर विरोध हो गया था। इसी विरोध के चलते प्रदर्शन किए जा रहे हैं। कादरचौक में भी प्रदर्शन था लेकिन पुलिस ने कार्यकर्ताओं से बदसलूकी की।