बुलंदशहर हिंसा: पुलिस की लापरवाही आई सामने, 11 व 12 साल के मासूमों को भी बनाया आरोपी!

इन बच्चों के परिजनों का आरोप है कि पुलिस गोकशी के आरोप में बच्चों को नामजद करने के बाद पूरे परिवार को परेशान कर रही है।

Update: 2018-12-05 06:30 GMT

बुलंदशहर हिंसा मामले में पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। पुलिस ने गौकशी मामले में 2 नाबालिग बच्चों को भी आरोपी बनाया है। 11 और 12 साल के शाजिद और अनस नाम के बच्चों को पुलिस ने गौकशी के आरोप में नामजद किया है। इन बच्चों के परिजनों का आरोप है कि पुलिस गोकशी के आरोप में बच्चों को नामजद करने के बाद पूरे परिवार को परेशान कर रही है।

वहीं बुलंदशहर हिंसा को 36 घंटे से ज्यादा बीत चुके हैं, लेकिन अब तक इसके मास्टरमाइंड को गिरफ्तार नहीं किया गया है। स्याना में हुई हिंसा की साजिश का मुख्य आरोपी योगेश राज है। योगेश राज बजरंगदल का जिला संयोजक है। य़े पिछले दस दिन से फेसबुक पर आंदोलन खड़ा करने की कोशिश कर रहा था। ये हिंदुत्व के नाम पर लोगों को भड़काता था।

योगेश राज बजरंग दल से जुड़ा हुआ है। गोकशी की खबर जैसे ही इसे लगी ये बड़ी तादाद में अपने समर्थकों के साथ उस जगह पहुंच गया, जहां गायों के शव मिले थे। उसी जगह इसने पुलिस से झगड़ा किया। पुलिस इसे समझाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन ये पुलिस की सुनने को तैयार नहीं है।

इसके दिमाग में दंगे फैलाने का, हिंसा फैलाने का प्लान हमेशा रहता है। ये इसकी फेसबुक पोस्ट से साफ हो जाता है। इसने लिखा अमरनाथ यात्रा का एक मात्र समाधान है हज यात्रा की फ्लाइटों पर हमला। पिछले करीब 10-15 दिन से ये राम मंदिर आंदोलन के लिए लोगों को जुटाने का काम कर रहा था। इसकी हर पोस्ट में बजरंग दल का नाम है या विश्व हिंदू परिषद का। हिंदू संगठनों के नाम पर ये बड़े-बड़े नेताओं के साथ भी उठता बैठता है। हिंदुत्व के नाम पर कही भी हिंसा फैलाने वाला योगेश राज फिलहाल पुलिस गिरफ्त से बाहर है।

योगेश राज पहले एक प्राइवेट नौकरी करता था। 2016 में योगेश बजरंग दल का जिला संयोजक बना। उसके बाद नौकरी छोड़कर पूरी तरह संगठन के लिए काम करने लगा। योगेश राज के घर की दीवार पर अखंड भारत का नक्शा भी है, इसमें जिक्र है कि भारत कब-कब बंटा है। इसी योगेश राज ने सोमवार को हिंसक भीड़ की अगुआई की थी।

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