गठबंधन पर टिकीं बुलंदशहर के मुस्लिम समाज की निगाहें, हाजी यूनुस और जियाउर्रहमान में हो सकता है मुकाबला
बुलंदशहर: यूपी में विधानसभा उपचुनाव का बिगुल फुंक चूका है. भाजपा ने तैयारियां तेज कर दी है. बसपा, सपा और रालोद ने भी अपने अपने आंकड़े बिठाने शुरू कर दिए हैं. कांग्रेस भी उपचुनाव लड़ने को तैयार है. यूपी में उपचुनाव की तिथियों की घोषणा होना बाकी है लेकिन जिले का सियासी तापमान है.
मुस्लिम मतदाताओं के बाहुल्य वाली बुलंदशहर सदर विधानसभा सीट के उपचुनाव में मुस्लिमो की निगाहें प्रत्याशियों पर टिकीं हैं. सत्ताधारी भाजपा के खिलाफ मुस्लिम विपक्षी दलों के मुस्लिम चेहरों को अभी देख रहे हैं. बसपा से हाजी यूनुस का टिकट फाइनल मना जा रहा है. असपा से हाजी यामीन की टिकट कन्फर्म हो चुकी है. मुख्य विपक्षी दल रालोद व सपा गठबंधन है जिसके प्रत्याशी का अभी लोगों को इन्तजार है. मुस्लिम मतदाता भाजपा के खिलाफ उपचुनाव में गठबंधन के प्रत्याशी पर टकटकी लगाए हुए है.
हालाँकि माना जा रहा है कि सपा-रालोद गठबंधन में सीट रालोद के खाते में रहेगी. रालोद के उपचुनाव प्रभारी डॉ राजकुमार सांगवान ने गत सप्ताह ही समीक्षा बैठक कर दावेदारों से आवेदन लिए थे. रालोद में छात्र और युवा राजनीती के चर्चित चेहरे एडवोकेट जियाउर्रहमान ने एकमात्र मुस्लिम दावेदार के रूप में आवेदन किया था. मुस्लिम राजपूत बिरादरी से ताल्लुक रखने वाले जियाउर्रहमान की बिरादरी का अच्छी खासी तादाद में वोट है. सूत्र कहते हैं कि रालोद से जियाउर्रहमान सदर सीट से विधानसभा प्रत्याशी हो सकते हैं.
रालोद-सपा गठबंधन से यदि जियाउर्रहमान प्रत्याशी हुए तो बसपा से नाराज चल रहे मुस्लिम समाज के वो विकल्प बन सकते हैं. मुस्लिम झोझा/राजपूत बिरादरी को वैसे भी विकल्प की तलाश है, रालोद से जियाउर्रहमान आये तो बसपा के हाजी यूनुस के लिए काफी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं. फिलहाल, मुस्लिम समाज रालोद-सपा गठबंधन की ओर निगाहें लगाए हुए है. मुस्लिम प्रत्याशी यदि गठबंधन ने खड़ा कर दिया तो भाजपा और बसपा के लिए उपचुनाव बहुत मुश्किल हो जायेगा.