इटावा पुलिस का बड़ा खुलासा, सस्ते रूपये में डॉलर का लालच देकर लाखों रूपये ठगने वाले गिरोह का पर्दाफास
इटावा पुलिस द्वारा फर्जी एप एवं बेबसाइट बनाकर विभिन्न प्रकार का लालच देकर ग्राहकों से रुपयों को डॉलर में परिवर्तित करने की ठगी करने वाले गिरोह के 5 अभियुक्तों को ठगी में प्रयुक्त उपकरणों सहित गिरफ्तार किया गया ।
आगामी त्यौहारो एवं त्रिस्तरीय पंचायती चुनावों को सकुशल संपन्न कराने एवं अपराध तथा आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में सर्विलांस टीम व थाना कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा फर्जी एप एवं बेबसाइट बनाकर विभिन्न प्रकार का लालच देकर ग्राहकों से रुपयों को डॉलर में परिवर्तित करने की ठगी करने वाले गिरोह के 5 अभियुक्तों को ठगी में प्रयुक्त उपकरणों सहित गिरफ्तार किया गया।
क्या था मामला
5.मार्च.2021 को थाना कोतवाली पर वादी यशोदा नन्दन उपाध्याय पुत्र नरेन्द्र पाल उपाध्याय निवासी द्वारकापुरी आगरा रोड जनपद एटा द्वारा सूचना दी गयी कि मेरे साथी मोहम्मद सामीन दीवान इंटरनेशनल में साझेदार है. 1.मार्च .2021 को कुलजीत सिहं एवं सौरभ शुक्ला द्वार पक्का तालाब चौराहे पर मिलने के लिए बुलाया था जिनके ग्लोब-पे पर मेरे मित्र को कम कीमत पर उसके साथ आनलाइन रुपए को डॉलर में परिवर्तित करने का लालच देकर 08 लाख रुपए की साइबर ठगी की गयी थी. जिसके संबंध में वादी की तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली पर गंभीर धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया था.
उक्त साइवर ठगी की घटना को गंभीरता से संज्ञान लेते हुए एसएसपी आकाश तोमर द्वारा सर्विलांस टीम एवं थाना कोतवाली पुलिस को अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया था. जिसके क्रम में सर्विलांस टीम एवं थाना कोतवाली पुलिस द्वारा संयुक्त टीम बनाकर इलैक्ट्रोनिक एवं मैनुअल साक्ष्यों को एकत्रित कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु निरंतर प्रयास किए जा रहे थे. जिसमें आज 8.मार्च.2021 को पुलिस टीम द्वारा एकत्रित साक्ष्यों के आधार एवं मुखबिर की सूचना पर पक्का तालाब चौराहा के पास से 5 लोगो को गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस पूछताछ
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि वह कई विदेशी डार्कबेव हैकर्स के संपर्क में रहते है जो उन्हे सभी साइटो के उपयोगकर्ता के नाम व पासवर्ड उपलब्ध कराते है और वह वास्तविक निवेशकों को 50 प्रतिशत की दर से विदेशी मुद्रा प्रदान करने का लालच देकर रुपय़ों की ठगी करते है और जाली जमा रशीद जारी करते हैं जो हुबहू वास्तविक लेनदेन की प्राप्ति की रशीद लगती है । गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा उनके 1.मार्च 2021 को दीवान इंटरनेशनल फर्म के मालिक के साथ 8 लाख रुपयों की ठगी की गयी थी, तथा अभियुक्तों द्वारा यह भी बताया गया कि पूरा लेन-देन ब्लॉकचैन तकनीकी पर आधारित है एवं पुलिस निगरानी से बचने के लिए बिटक्वाइन व डॉगक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग मे लाया जाता है.
पुलिस ने अभियुक्तों द्वारा की गयी ठगी के संबंध में विस्तृत जानकारी के लिए अभियुक्तो से मिले लैपटॉप,टैवलेट,मौबाइल, एवं बैंक खातों के बारें में जानकारी की जा रही है.