एसएसपी ने बीजेपी जिलाध्यक्ष से मिलकर किया मामला शांत, जांच दूसरे क्षेत्राधिकारी से कराने का दिया आश्वासन

भाजपा नेता संजू चौधरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने से बौखलाए सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने मामले की जांच की मांग करते हुए एसएसपी कार्यालय का घेराव कर धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।

Update: 2020-03-13 02:40 GMT

एसएसपी आकाश तोमर ने बड़ी सूझबूझ का परिचय देते हुए जिले में एक अपराध को राजनैतिक माहौल दे रहे मामले को शांत कर दिया। उन्होंने भाजपा जिलाध्यक्ष अजय धाकरे से भेंट कर आज के घटनाक्रम पर खेद व्यक्त किया तथा जिलाध्यक्ष को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा द्वारा आश्वस्त किया गया कि विवेचना को क्षेत्राधिकारी नगर से क्षेत्राधिकारी भरथना को स्थानांतरित कर संपूर्ण प्रकरण की निष्पक्ष जांच पुलिस अधीक्षक (क्राइम) को सौंप दी गई है।

क्या था मामला 

भाजपा नेता संजू चौधरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने से बौखलाए सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने मामले की जांच की मांग करते हुए एसएसपी कार्यालय का घेराव कर धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। भाजपाइयों ने मामले की जांच की मांग करते हुए पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।

एसएसपी आकाश तोमर ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर खनन माफियाओं और अपराधियों की पैरवी करने का आरोप लगाते हुए धरना दे रहे भाजपाइयो से मुलाकात करने से मना कर दिया। वही धरने पर बैठे भाजपाइयों ने भी पुलिस पर लोगो का उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए पुलिस विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की घण्टो तक चले इस धरने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने धरना दे रहे भाजपाइयों को समझा-बुझाकर धरने से उठाया।

बता दें कि बीते 10 मार्च को होली के दिन भाजपा नेता संजू चौधरी ने अपने समर्थकों के साथ थाना सिविल लाइन क्षेत्र के अंतर्गत जिला अस्पताल के सामने स्थित परचूनी की दुकान में घुसकर तोड़फोड़ फायरिंग और मारपीट की घटना को अंजाम दिया था। घटना की तस्वीरे दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी थी पुलिस ने पीड़ित की तहरीर और सीसीटीवी कैमरे की वीडियो फुटेज के आधार पर भाजपा नेता संजू चौधरी समेत उनके समर्थकों के खिलाफ धारा 147, 148, 323, 504, 506, 307, 427 समेत एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था मुकदमा दर्ज होने से बौखलाए भाजपाइयों ने आज सुबह एसएसपी कार्यालय का घेराव करते हुए धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया सैकड़ों की संख्या में धरना दे रहे भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुलिस पर फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज कर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया।

एसएसपी आकाश तोमर ने भी भाजपाइयों पर खनन माफियाओं और अपराधियों की पैरवी करने का आरोप लगाते हुए मुलाकात करने से इनकार कर दिया। घंटों चले धरना प्रदर्शन के बाद सिटी मजिस्ट्रेट सत्येंद्र नाथ शुक्ला और एसडीएम सिद्धार्थ ने भाजपाइयों को समझा बुझाकर धरना प्रदर्शन खत्म करवाया। एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि जनपद में किसी प्रकार की गुंडई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।

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